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मुंबई: वॉट्सऐप ने अपने यूजर्स के लिए नए सिक्यॉरिटी फीचर्स पेश किए हैं। ये नई सुरक्षा विशेषताएं आपके खाते को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाने में मदद करेंगी। इन फीचर्स में अकाउंट प्रोटेक्ट, डिवाइस वेरिफिकेशन और ऑटोमैटिक सिक्योरिटी कोड आदि शामिल होंगे। इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप ने हाल ही में ‘स्टे सेफ विद व्हाट्सएप’ कैंपेन लॉन्च किया है। जिसमें यूजर्स को सिक्यॉरिटी फीचर्स और टूल्स की जानकारी मिलेगी। यह अभियान करीब तीन माह तक चलेगा।
WhatsApp ने अपने नए ब्लॉग पोस्ट के जरिए नए सिक्यॉरिटी फीचर्स की जानकारी दी है। अकाउंट प्रोटेक्ट, डिवाइस वेरिफिकेशन और ऑटोमैटिक सिक्योरिटी कोड फीचर यूजर्स के व्हाट्सएप अकाउंट को सुरक्षा के लिहाज से पहले से ज्यादा मजबूत बना देंगे। इससे ऑनलाइन स्कैम, फ्रॉड और अकाउंट से छेड़छाड़ जैसे जोखिमों से बचने में मदद मिलेगी।
अकाउंट प्रोटेक्ट फीचर आपके व्हाट्सएप अकाउंट में एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में अनधिकृत लॉगिन को रोकता है। इस फीचर के इनेबल होने के बाद अगर कोई आपके वॉट्सऐप अकाउंट में किसी दूसरे डिवाइस से लॉग इन करता है तो उससे लॉग इन करने से पहले पुराने डिवाइस से अप्रूवल मांगा जाएगा। इसका फायदा यह है कि अगर कोई आपके व्हाट्सएप को अपने डिवाइस पर लॉन्च करने की कोशिश करता है, तो आपको तुरंत इसका अलर्ट मिल जाएगा। मैलवेयर को वर्तमान में मोबाइल उपकरणों के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जाता है। डिवाइस वेरिफिकेशन सुविधा आपके डिवाइस को मैलवेयर से बचाती है। डिवाइस वेरिफिकेशन यह सुविधा मैलवेयर को आपके डिवाइस का उपयोग करने वाले किसी भी व्यक्ति को संदेश भेजने से रोकती है। स्वचालित सुरक्षा कोड के तहत, व्हाट्सएप ने “की ट्रांसपेरेंसी” नामक एक नई सुविधा पेश की है।