एमडी निषीध (विकेट का जश्न मनाते हुए), दानिश और करुण शतकीय साझेदारी करते हुए (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: बीसीसीआई द्वारा आयोजित रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबले विदर्भ और केरल के बीच नागपुर में खेला जा रहा है। यह मुकाबला नागपुर के जामठा स्टेडियम में खेला जा रहा है। यह फाइनल मुकाबला 26 फरवरी से 2 मार्च तक खेला जाएगा। फाइनल मुकाबले में विदर्भ को शुरुआत में तीन झटके लग गए। उसके बाद विदर्भ की टीम को दानिश मालेवार और करुण नायर ने संभाल लिया है।
केरल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी विदर्भ की टीम ने ध्रुव शौरी के साथ ऑलराउंडर को पार्थ रेखाडे को उतारा। विदर्भ का यह स्टंट तो फेल हो गया लेकिन फिर भी वो इसी पर टिके रहें। पार्थ के आउट होने के बाद गेंदबाजी ऑलराउंडर दर्शन नालकंडे को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेज दिया।
हालांकि दर्शन भी कुछ कमाल नहीं कर सके लेकिन 21 बॉल खेलने में कामयाब रहे। दर्शन नालकंडे ने 1 रन बनाए। उसके बाद ध्रुव शौरी का साथ देने उतरे दानिश मालेवार। उसके बाद ध्रुव जल्दी ही आउट हो गए। ध्रुव 16 रन बनाकर 24 की स्कोर पर आउट हो गए। केरल ने शुरुआत में विदर्भ को तीन झटके दे दिए। केरल के लिए एम डी निधीष ने 2 विकेट चटकाए। वहीं ईडन टॉम ने 1 विकेट लिए।
दानिश मालेवार को एक साथी का जरूरत था जो उनके साथ विकेट पर रूक सके और रन बनाने के साथ विदर्भ को संभाल सके। दानिश का साथ देने के आए टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज करुण नायर। करुण नायर और दानिश ने मिलकर फिर से विदर्भ की पारी को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। दोनों ने मिलकर लंच तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया।
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लंच के बाद दोनों ने तेजी से रन जोड़ने का फैसला किया। इस दौरान दानिश और करुण नायर के बीच चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी भी हो गई। 44वें ओवर में दोनों के बीच 100 रनों की साझेदारी हुई। उससे पहले दानिश मालेवार ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। दानिश मालेवार 128 गेंदों का सामना करते हुए 70 रनों पर खेल रहे हैं। वहीं करुण नायर 82 गेंदों का सामना करते हुए 35 रनों पर खेल रहे हैं। 45 ओवर की समाप्ति पर विदर्भ की टीम 127 रन बना ली है।