वैभव सूर्यवंशी (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: वैभव सूर्यवंशी ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। वैभव ने गुजरात टाइटंस के लिए महज 35 गेंदों में यह कारनामा किया था। हालांकि इस शतक के बाद मुंबई इंडियंस के खिलाफ वैभव बिना कोई रन बनाए आउट हो गए। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि वैभव को अभी बहुत सी चीजों से बचाना है।
हालांकि वैभव ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करके बता कि वो क्यों खास हैं। इतनी कम उम्र में बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलना और खुद को साबित करना आसान नहीं होता, लेकिन वैभव ने यह कर दिखाया। वैभव ने बिना डरे इंटरनेशनल लेवल के गेंदबाजों का सामना किया और उनके गेंदों को स्टैंड्स में पहुंचाया।
वैभव के बारे में राजस्थान रॉयल्स के कोच और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि वैभव के पास तेज बैट स्पीड, ऊंची बैक लिफ्ट और गेंद पर नजर अच्छी रहती है। जिससे वो गेंद को आसानी से पढ़ लेते हैं। उन्होंने कहा कि इतनी छोटी उम्र में ऐसा कर दिखाना ये बड़ी बात है। हालांकि द्रविड़ और टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर का मानना है कि अभी वैभव की तुलना किसी बड़े खिलाड़ी से करना ठीक नहीं है। दोनों ने कहा कि वैभव बहुत टैलेंटेड है, लेकिन अभी उसे सीखते रहना होगा और मेहनत करनी होगी।
भारत में क्रिकेट के प्रति लोगों का जुनून बहुत ज्यादा है और इसी कारण युवा खिलाड़ियों पर बहुत तेजी से ध्यान और दबाव आता है। द्रविड़ मानते हैं कि वैभव को इस ध्यान से पूरी तरह बचाना मुश्किल है, लेकिन उसके लिए एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम बनाना बेहद जरूरी है। ताकि वो खेल का आनंद लेते हुए आगे बढ़ सके।
खेल जगत की अन्य सभी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
उन्होंने यह भी जोड़ा कि वैभव को एक सामान्य बच्चे की तरह जीने देना चाहिए। क्रिकेट में हार और जीत दोनों आती हैं और हमें याद रखना होगा कि वह अभी सीखने की प्रक्रिया में है। वैभव सूर्यवंशी की यह शुरुआत न सिर्फ शानदार है, बल्कि एक उम्मीद भी जगाती है। यदि उसे सही मार्गदर्शन और समर्थन मिला, तो वह आने वाले वर्षों में भारत के लिए एक बड़ा नाम बन सकता है।