Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • India vs West Indies |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Sonam Wangchuck |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

निशानेबाज: परीक्षा हाल में जनेऊ की अनुमति नहीं, आखिर यह नियम कितना सही

जब बच्चा गुरुकुल में पढ़ने जाता था तो 5 वर्ष की आयु में उसका उपनयन संस्कार कराते हुए जनेऊ पहनाया जाता था और गुरू उसके कान में गायत्री मंत्र फूंकता था. उसे संध्यावंदन करना सिखाया जाता था।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Apr 21, 2025 | 01:15 PM

परीक्षा हाल में जनेऊ की अनुमति नहीं (सौ. डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

नवभारत डिजिटल डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘निशानेबाज, कर्नाटक के बीदर जिले में सीईटी परीक्षा हाल में विद्यार्थियों को जनेऊ उतार कर परीक्षा देने को बाध्य किया गया. इस पर आपकी क्या राय है?’ हमने कहा, ‘परीक्षा किसी युद्ध से कम नहीं होती. जनेऊ पहनकर रणसंग्राम में नहीं जाते. यह पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान तक ठीक है. मिलिट्री ट्रेनिंग में भी जनेऊ नहीं चलता।’

पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, जनेऊ का मुद्दा परंपरा और आस्था से जुड़ा हुआ है। शास्त्रों में ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य को जनेऊ पहनने का अधिकार दिया है। जब बच्चा गुरुकुल में पढ़ने जाता था तो 5 वर्ष की आयु में उसका उपनयन संस्कार कराते हुए जनेऊ पहनाया जाता था और गुरू उसके कान में गायत्री मंत्र फूंकता था. उसे संध्यावंदन करना सिखाया जाता था. 25 वर्ष की आयु तक ब्रम्हचर्य का पालन करने को कहा जाता था।’

हमने कहा, ‘समय बदल गया है. अब बच्चे गुरुकुल में नहीं बल्कि कान्वेंट में जाते है और इंग्लिश मीडियम से पढ़ते हैं. खान-पान भी बिगड़ गया है. जनेऊधारी भी होटल में जूता पहनकर खाना खाते हैं। गायत्री मंत्र जपने की उन्हें फुरसत नहीं है। श्मशान से लौट कर आने के बाद जनेऊ बदलना भूल जाते है। टॉयलेट जाते समय कान पर जनेऊ नहीं चढ़ाते. टूटा जनेऊ नहीं बदलते. ऐसे में यज्ञोपवीत की शुद्धता कैसे रहेगी? जनेऊ से अनेक नियम जुड़े हैं. जनेऊ के 3 धागे सत्य, शील व सदाचरण के प्रतीक है. झूठ बोलना, दुश्चरित्र होना और भ्रष्टाचार या दुराचार करना हो तो जनेऊ बिल्कुल नहीं पहनना चाहिए।’

नवभारत विशेष से जुड़े सभी रोचक आर्टिकल्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, परीक्षा केंद्र के अधिकारियों का कहना था कि विद्यार्थी जनेऊ के धागे से खुद को नुकसान पहुंचा सकता है. कहीं पेपर बिगड़ने पर गले में फांसी न लगा ले।’ हमने कहा, ‘यह बेवकूफी की बात है. फांसी रस्सी से लगती है, कच्चे धागे से बने जनेऊ से नहीं. विद्यार्थी भी अड़ा रहा और जनेऊ न उतराते हुए गणित का पेपर दिए बगैर घर लौट गया. यह उसकी गलती थी। वह परीक्षा केंद्र में जनेऊ उतारने के बाद घर जाकर नया जनेऊ धारण कर सकता था. हिंदू धर्म में कर्मबंधन से मुक्त होने के लिए संन्यासी को शिखा (चोटी) और सूत्र (जनेऊ) त्याग देना पड़ता है।’

लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा

Students took off their sacred thread during set exam in karnatakas bidar district

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Apr 21, 2025 | 01:15 PM

Topics:  

  • Examination
  • Karnataka
  • Special Coverage

सम्बंधित ख़बरें

1

निशानेबाज: पैसा कमाने की अनोखी तरकीब, नाम रखने की 27 लाख फीस

2

नवभारत विशेष: समाज सहयोग से सुगम बनी संघ शताब्दी यात्रा,100 सालों में कितना बदला संगठन

3

3 अक्टूबर का इतिहास: पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी एक हुए थे आज, जानिए महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में

4

विशेष: नकवी का ट्रॉफी ले जाना पाक का खेल आतंक, सम्मान सहित भारत को लौटाएं

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.