पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, स्पष्टवादी होना बहुत अच्छी बात है. ब्रिटेन की एक युवती ने अपनी शादी में तोहफों को लेकर शर्त रख दी कि जो भी मेहमान आए वह कम से कम 50 डालर (4,000 रुपए) का गिफ्ट लाए. उसे और उसके पति को सस्ता उपहार देना उनके मुंह पर तमाचा मारने जैसा होगा क्योंकि वे शादी में ढेर सारा पैसा खर्च कर रहे हैं.’’ हमने कहा, ‘‘यह तो ज्यादती है. शादी में आनेवाले गेस्ट पर ऐसी बंदिश नहीं लगानी चाहिए. इस अंग्रेज दुल्हन से तो हमारे देश के लोक कितने सभ्य हैं वे विवाह की रिसेप्शन पत्रिका में छपवा देते हैं- कृपया कोई भेंट न लाएं. आपकी उपस्थिति और आशीर्वाद ही हमारे लिए सबसे बड़ा उपहार है. भारत में शादी एक ऐसा इवेंट है जिसे यादगार बनाने के लिए लोग लाखों रुपए पानी की तरह बहाते हैं. हल्दी, मेहंदी लेडीज संगीत के लिए महंगे होटल और क्लब बुक करकते हैं. डेस्टिनेशन वेडिंग भी होता है. महीना भर पहले से कोरियोग्राफर बुलवा कर डांस की प्रैक्टिस करवाई जाती है. पूरी तरह फिल्मी माहौल बनाया जाता है. सब कुछ बहुत भव्य या आलीशान रहता है. खाने की वेराइटी इतनी रहती है कि खाने वाला भी चकरा जाए.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, हम अंग्रेज दुल्हन की बात कर रहे हैं जिसने कहा कि शादी में खुला बार होगा जहां लोग मनपसंद ड्रिंग कर सकते हैं और खाने की प्रति प्लेट की कीमत 150 डॉलर अर्थात 12,000 रुपए होगी. इसे देखते हुए न्यूनतम 4000 रुपए की गिफ्ट की मांग जायज है.’’ हमने कहा, ‘‘ऐसी कोई भी शर्त लगाना बदतमीजी है. यह शादी है या व्यापार. ऐसे में निमंत्रण पाने वाले खुद को अपमानित महसूस करेंगे और शादी में नहीं आएंगे.’’ हमने कहा, ‘‘नहीं आएं तो अपनी बला से. फालतू की भीड़ छंटेगी. हैसियतदार लोग आएंगे और कड़के दूर रहेंगे.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, अपने यहां रिसेप्शन में तोहफों का ढेर लग जाता है. इसमें बुके तो बेकार रहते हैं क्योंकि फूल सूख जाने से दूसरे दिन उन्हें कचरे में फेंक दिया जाता है. नकद लिफाफा सबसे अच्छा रहता है. कुछ दिन बाद तो यही कहा जाएगा- पेटीएम करो.’’ हमने कहा, ‘‘एक परिवार इसलिए परेशान हो गया कि लोगों ने बड़ी पैकिंग दिखाने के नाम पर ढेर सारी दीवार घड़ियां भेंट की थीं. जब एक व्यक्ति से पूछा गया कि इतनी घड़ी का क्या करेंगे तो उसका जवाब था कि घड़ी फरमाइश आपकी ओर से ही थी. शादी में गीत बज रहा था- बाजे रे शहनाई ढोल, थार नाम की, देखो शुभ घड़ी आई आज म्हारे आंगना की.’’