Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Ganesh Chaturthi |
  • Tariff War |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

शनिवार के दिन पीपड़ पेड़ में दीया जलाने से होती है शुभ फलों की प्राप्ति, जान लीजिए नियम

शनिदेव की पूजा करने से साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे दोष पूरे हो जाते है। इसके अलावा पीपल के पेड़ के पास दीया जलाने और पानी चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Nov 30, 2024 | 07:46 AM

शनिवार के दिन पीपल का पेड़ की पूजा करने के नियम (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Peepal Tree Worship: हिंदू धर्म में हर दिन का अलग महत्व होता है आज का दिन शनिवार है जो भगवान शनि की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे दोष पूरे हो जाते है। इसके अलावा पीपल के पेड़ के पास दीया जलाने और पानी चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। कहते हैं पीपड़ के पेड़ में देवी-देवताओं का वास होता है इसलिए शनिवार के दिन इन नियम का पालन करना चाहिए। चलिए जानते है पीपड़ पेड़ की पूजा करने के नियम।

जानिए पीपड़ के पेड़ की पूजा विधि

यहां पर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने के नियम होते हैं घर में धन-धान्य की प्राप्ति के लिए पूजा करने विधि होती है।

1- शनिवार के दिन स्नान आदि कर सूर्योदय के पहले पीपल पेड़ की पूजा करें।
2- पीपल पेड़ के साथ ही शनि देव की भी पूजा करें।
3-इसके बाद पीपल पेड़ के नीचे सरसों तेल वाला दीया जलाएं।
4-अब पीपल पेड़ के कुछ पत्तों को तोड़कर गंगाजल से धो लें।
5-फिर पानी में थोड़ी हल्दी डालकर मिला लें और दाएं हाथ की अनामिका अंगुली से पीपल के पत्ते पर ह्रीं लिखें।
6-इसके बाद इस पीपल के पत्ते को पूजा स्थान रखकर इसकी पूजा करें।
7-पूजा के बाद पत्ते को अपने पर्स या तिजोरी में रख लें। इस उपाय को करने से धन-धान्य में बरकत होती है।

धर्म की खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें-

पीपल के वृक्ष के नीचे दीया जलाने के नियम

यहां पर शनिवार के दिन पीपड़ के वृक्ष के पास सरसों के तेल का दीया जलाने के नियम होते है। यहां पर आप शनिवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर के विधिपूर्वक पीपल वृक्ष की पूजा करें। इसके साथ माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की भी पूजा करें। ऐसा करने से आपके घर से दरिद्रता दूर होगी और मां लक्ष्मी का वास बना रहेगा। इसके साथ ही सुबह के समय पेड़ के नीचे सरसों तेल वाला दीया जलाने से शनि देव की विशेष कृपा बनी रहती है।

लाइफस्टाइल की खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें-

Lighting a lamp in a peepal tree on saturday brings auspicious results

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Nov 30, 2024 | 07:46 AM

Topics:  

  • Peepal Tree
  • Shaniwar Puja

सम्बंधित ख़बरें

1

जितिया व्रत न कर सकें, तो करें ये उपाय, होगी संतानों की लंबी आयु और बढ़ेगी सुख-समृद्धि

2

परिवर्तिनी एकादशी के दिन इन वस्तुओं के दान-धर्म से दूर होगी आर्थिक तंगी

3

पितृ पक्ष में गलती से भी न बनाएं ये सब्जियां, वरना भूखे लौट जाएंगे पितर

4

रविवार को है चंद्रग्रहण, जानिए सूतक काल का समय और क्या असर पड़ेगा अलग-अलग राशि पर इस ग्रहण का

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.