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दशहरे के दिन शिरडी के साईं बाबा ने त्यागी थी देह, जानिए बाबा की पुण्यतिथि से जुड़ी खास बातें

साईं बाबा की आराधना आज हर कोई श्रद्धालु करते हैं इससे बाबा की कृपा अपने हर भक्तों पर रहती है। शिरडी की नगरी के स्वामी के जन्मतिथि और जन्मस्थान के बारे में कई धारणाएं हैं लेकिन उनके निधन की तारीख 15 अक्टूबर है इस दिन ही बाबा ने अपनी देह त्यागी थी।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Oct 14, 2024 | 02:11 PM

साईं बाबा पुण्यतिथि (सौ.सोशल मीडिया)

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Sai Baba Death Anniversary 2024: “सबका मालिक एक” बस इस सिद्धांत के धनी साईं बाबा का नाम सुनते ही सरल स्वभाव के व्यक्ति का चेहरा उभरा आता है। शिरडी की धरती और देशभर में साईं बाबा श्रद्धालुओं के बीच भगवान की संज्ञा है। साईं बाबा की आराधना आज हर कोई श्रद्धालु करते हैं इससे बाबा की कृपा अपने हर भक्तों पर रहती है। शिरडी की नगरी के स्वामी के जन्मतिथि और जन्मस्थान के बारे में कई धारणाएं हैं लेकिन उनके निधन की तारीख 15 अक्टूबर है इस दिन ही बाबा ने अपनी देह त्यागी थी। साईं बाबा को भगवान की संज्ञा देने वाले भक्त आज भी बाबा की महिमा का बखान करते नहीं थकते है।

सभी धर्मों में एकरूपता का दिया संदेश

शिरडी के साईंबाबा को एक महान संत औऱ आध्यात्मिक गुरु के रूप में जाना जाता है। बाबा का जीवन और उपदेश लोगों को सद्भावना, प्रेम और एकता का संदेश देते हैं। साईं बाबा ने अपने जीवन के दौरान सभी धर्मों को एक रूपता में पेश किया था जिसके अनुसार जात-पात और धर्म के भेदभाव को मिटाने का प्रयास किया और सभी को प्रेम और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। साईंबाबा के खास उपदेशों को हमने जीवन में उतार लिया हैं तो वहीं पर जीवन के हर मोड़ पर बाबा के उपदेश आज भी काम आ जाते है।

शिरडी को बाबा का निवास स्थान माना जाता हैं कहते है कि, बाबा की आत्मा शिरडी में वास करती है और वे अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को सुनते हैं। साईंबाबा के मंदिर में हर साल बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचते है।

ये भी पढ़ें- करवा चौथ की पूजा की सामग्री जानिए, इस साल ‘इस’ समय निकलेगा चांद

दशहरे के दिन त्यागे थे प्राण

साईं बाबा के जन्म के प्रमाण तो नहीं मिलते हैं लेकिन बाबा ने 15 अक्टूबर 1918 को दशहरे के दिन अपने प्राण त्यागे थे। इस दिन को दशहरे का दिन बताया जाता हैं इस मौके पर शिरडी में साईं बाबा की पुण्यतिथि को ‘महासमाधि दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन शिरडी में विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया जाता है, जहां हजारों श्रद्धालु साईं बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस खास मौके पर समाधि दिवस मनाने के लिए भक्त बड़ी संख्या में साईं बाबा की नगरी शिरडी पहुंचते हैं यहां पर उनकी समाधि पर लोग फूल और चादर चढ़ाते हैं और बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। इसे लेकर ही साईं बाबा की पुण्यतिथि पर हम उनके जीवन और उनके उपदेशों को याद करते हैं, जो आज भी हमें प्रेम, भक्ति और सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।

Know the special things related to sai babas death anniversary

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Published On: Oct 14, 2024 | 02:11 PM

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  • Death Annieversary

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