कर्नाटक में 2018 में विधानसभा के चुनाव होने थे। तब राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष (LoP) नहीं थे। हालांकि, अपने बयानों के कारण तब तक वे काफी चर्चित हो चुके थे। उन दिनों वे गौतम अडानी की कंपनी को लेकर अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट पर खूब हंगामा मचाया था। लेकिन अब हिंडनबर्ग रिपोर्ट की चर्चा ही नहीं होती। राहुल गांधी का ताजा हंगामा गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) को लेकर है। बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग के SIR पर विपक्ष ने सड़क से संसद तक हंगामा खड़ा कर दिया है। इसके खिलाफ विपक्षी महागंठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने सबसे पहले आवाज उठाई तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसे राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन का रूप देने का ब्लूप्रिंट बना चुके हैं। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब चुनावों के पहले विपक्ष या फिर सत्ता पक्ष की ओर से मुद्दे उठाए जाते हैं। ऐसे में लोग का कहना है कि चौकीदार चोर से वोट चोरी तक…राहुल गांधी ने जब-जब घेरा, तब-तब कमल और खिला है। अब इसमें कितनी सच्चाई है और कितना फसाना है इस रिपोर्ट में देखिए।
कर्नाटक में 2018 में विधानसभा के चुनाव होने थे। तब राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष (LoP) नहीं थे। हालांकि, अपने बयानों के कारण तब तक वे काफी चर्चित हो चुके थे। उन दिनों वे गौतम अडानी की कंपनी को लेकर अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट पर खूब हंगामा मचाया था। लेकिन अब हिंडनबर्ग रिपोर्ट की चर्चा ही नहीं होती। राहुल गांधी का ताजा हंगामा गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) को लेकर है। बिहार में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग के SIR पर विपक्ष ने सड़क से संसद तक हंगामा खड़ा कर दिया है। इसके खिलाफ विपक्षी महागंठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने सबसे पहले आवाज उठाई तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसे राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन का रूप देने का ब्लूप्रिंट बना चुके हैं। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब चुनावों के पहले विपक्ष या फिर सत्ता पक्ष की ओर से मुद्दे उठाए जाते हैं। ऐसे में लोग का कहना है कि चौकीदार चोर से वोट चोरी तक…राहुल गांधी ने जब-जब घेरा, तब-तब कमल और खिला है। अब इसमें कितनी सच्चाई है और कितना फसाना है इस रिपोर्ट में देखिए।