भारत ने रविवार को 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में देश की सैन्य शक्ति, कला एवं संस्कृति, विविधिता और सरकारी योजनाओं की सफलता की झलक देखने को मिली।
इस आयोजन की महत्वपूर्ण झलकियां में भारत ने अपनी सैन्य शक्ति, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और विभिन्न क्षेत्रों में की गई प्रगति का प्रदर्शन किया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो समारोह के मुख्य अतिथि थे। वह भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति बने। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां तथा केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों एवं संगठनों की 15 झांकियां निकाली गईं।
देश ने ब्रह्मोस, पिनाका और आकाश हथियार प्रणालियों जैसे कुछ अत्याधुनिक रक्षा साजो सामान का प्रदर्शन करके अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया।
संविधान के 75 वर्ष पूरे होने का अवसर समारोह का मुख्य आकर्षण था, वहीं झांकी का विषय 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' था।
सशस्त्र बलों के बीच तालमेल की भावना को दर्शाती एक त्रि-सेवा झांकी भी पहली बार प्रदर्शित की गई। राष्ट्रपति मुर्मू और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुबियांतो 76वें गणतंत्र दिवस परेड के लिए पारंपरिक बग्घी में सवार होकर कर्तव्य पथ पहुंचे।
5,000 कलाकारों के समूह ने ‘जयति जय मां भारतम' नामक सांस्कृतिक प्रस्तुति में देश के विभिन्न हिस्सों के 45 से अधिक नृत्य रूपों का प्रदर्शन किया।