Famous Ganesh Trmple: भगवान श्रीगणेश की चतुर्थी यानि गणेशोत्सव की शुरूआत को एक हफ्ता शेष बच गया है। गणेशजी का यह उत्सव 10 दिनों तक जारी रहने वाला है जिसमें घरों और पंडालों में गणेश जी विराजित किए जाएंगे। अगर आप भी गणेशोत्सव के दौरान भगवान श्रीगणेश का आशीर्वाद लेना चाहते है तो भारत में इस स्थित प्राचीन गणेश जी के मंदिर के दर्शन कर सकते है।
श्री सिद्धिविनायक मंदिर- महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर स्थित है। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते है। इस मंदिर में अपनी विशिष्ट वास्तुकला और गणेश जी की दाईं तरफ घुमी हुई सूंड वाली मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि सिद्धिविनायक मंदिर 16वीं सदी में बनवाया गया था।
मधुरमहामित गणपति कासरगोड ( केरल)- भगवान गणेश के प्राचीन मंदिर में केरल का यह मंदिर भी गिना जाता है। इस मंदिर को सेहत और त्वचा के रोगों के निदान के रूप में खास माना जाता है। कहते है कि, यह मंदिर काफी चमत्कारिक है इस मंदिर के तालाब के पानी से नहाने से स्किन और गंभीर बीमारी ठीक होती हैं। बता दें, 10वीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण माय पदी राजा ने करवाया था।
रणथंभौर गणेश मंदिर, राजस्थान- श्रीगणेश जी के मंदिरों में यह मंदिर सबसे खास मंदिर है जिसे त्रिनेत्र मंदिर के रूप में जाना जाता है। दरअसल यह मंदिर सवाई माधोपुर जिले के रणथंभौर किले के अंदर स्थापित है। इस गणेश मंदिर में भगवान जी की तीन आंखों वाली मूर्ति विराजमान है इसलिए इसे त्रिनेत्र मंदिर कहते है।
उदयपुर का बोहरा गणेश मंदिर- राजस्थान के उदयपुर में ही गणेश जी का प्राचीन मंदिर स्थित है।मान्यता है कि बोहरा गणेश जी का मंदिर में किसी भी भक्त का पैसे संबंधित समस्या हो तो उसका निवारण हो जाता है। दरअसल, अक्सर ब्याज पर पैसे देने का काम बोहरा समुदाय किया करता था, जिसकी वजह से इस मंदिर का नाम बोहरा गणेश पड़ा। बरहाल ब्याज पर पैसा देने की परंपरा को बंद किया गया है।
इश्किया गजानन मंदिर- महाराष्ट्र के पुणे जिले में यह मंदिर स्थित है। इस मंदिर को प्रेमी जोड़ों के लिए खास मानते है। कहते हैं कि, जो भी प्रेमी जोड़ा यहां पर मन्नत मांगने आता है उसकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
गढ़ गणेश मंदिर- राजस्थान की राजधानी जयपुर में भगवान श्रीगणेश जी का मंदिर विराजमान है। दरअसल यह मंदिर जयपुर के अरावली पहाड़ियों में स्थित है। खास बात है कि इस मंदिर में यहां भगवान गणेश की बिना सूंड वाली मूर्ति है, जो बहुत ही दुर्लभ है।