Mahakumbh 2025: आज पौष पूर्णिमा के दिन से महाकुंभ का आगाज हो गया है जहां संगम घाट पर पहले दिन बड़ी संख्या में साधु-संतों और श्रद्धालुओं का सैलाब दिखा है। यहां पर पहला स्नान पर्व पौष पूर्णिमा सोमवार सूर्य की किरणें फूटने से पहले ब्रम्ह मुहूर्त में शुरु हुआ है इसमें करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
आज संगम घाट पर पहले दिन भी आधी रात से ही श्रद्धालु मेला क्षेत्र में विभिन्न रास्तों से प्रवेश करने लगे और संगम पर भीड़ बढ़ने लगी थी। हर-हर गंगे और जय गंगा मैया के घोष के बीच स्नान शुरू हुआ तो सुबह का उजाला होते होते संगम नोज स्नानार्थियों से पटा हुआ नजर आया है यहां हर कोई पुण्य पाने के लिए पहुंचे है।
महाकुंभ के पहले दिन साधु- संतों के शंखनाद के बाद 45 दिनों का धार्मिक समागम शुरु हो गया है इसमें साधु-संतों ने बड़ी संख्या में डुबकी लगाई है और स्नान किया है।
स्थानीय और दूर दराज के जिलों से आए लोगों ने पुण्य की डुबकी लगाई। इस बीच पुलिस और सिविल डिफेंस के वॉलंटियर सीटियां बजाते लोगों को नियंत्रित करते रहे। स्नान के दौरान किसी को परेशानी न हो इसलिये टोलियों में फैल कर घाट पर भीड़ का संतुलन बनाये रहे। घाट पर लगे लाउडस्पीकर और हैंड लाऊडर से भी भीड़ को नियंत्रित करने का क्रम चलता रहा।
यूं तो सोमवार भोर 4:32 से स्नान का शुभ मुहूर्त था, लेकिन देश-देशांतर से आए श्रद्धालु आधी रात से ही स्नान करने लगे थे और यह कम जारी है। अब तक लाखों लोग स्नान कर चुके हैं और सारे घाट श्रद्धालुओं से भरे हुए हैं।
आस्था के सैलाब के दिन संगम नोज, एरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। यहां पर हर कोई 12 साल बाद आए पहले धार्मिक समागम का हिस्सा बन रहे है।
महाकुंभ से व्यापार पर भी खासा असर रहेगा जहां पर देश की जीडीपी एक प्रतिशत बढ़ गई है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि लगभग चार लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा।रविवार सुबह से ही प्रयागराज की सड़कों पर वाहनों व पैदल यात्रियों का रेला दिखने लगा।