(फोटो सोर्स एएनआई)
बरहमपुर (ओडिशा) : केंद्र सरकार की योजना के तहत ओडिशा के पांच जिलों में खेलों इंडिया केंद्र (केआईसी) खोले जायेंगे। ये केंद्र गंजम, गजपति, झारसुगुड़ा, नयागढ़ और देवगढ़ जिलों में खोले जाएंगे। बरहामपुर के सांसद प्रदीप कुमार पाणिग्रही ने उनके संसदीय क्षेत्र में दो केआईसी केंद्रों को मंजूरी दिए जाने पर खुशी जताई। खेलो इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, ओडिशा के 30 में से 25 जिलों के लिए 9 खेलों में 26 केआईसी को मंजूरी दी गई है। इनमें से 6 ने अब परिचालन शुरू कर दिया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने रविवार को कहा कि ये नये केआईसी तीन खेलों से जुड़े होंगे। खेलो इंडिया बास्केटबॉल केंद्र गंजम जिले के क्वीन ऑफ मिशन हाई स्कूल में खोला जाएगा। वहीं, खेलो इंडिया खो-खो केंद्र गजपति जिले के एसवीटी हाई स्कूल और झारसुगुड़ा जिले आरके स्कूल में खोले जाएंगे। फुटबॉल के लिए केंद्र क्रमशः देवघर और नयागढ़ जिलों में तेलीबानी पीएस हाई स्कूल और नारायण हाई स्कूल में खोला जाएगा। इसमें से तेलीबानी पीएस हाई स्कूल को छोड़कर सभी स्कूल सरकारी है।
गुरुवार को इस मामले से जुड़े प्राधिकारी द्वारा परियोजना को मंजूरी दी गई। मंजूरी मिलने के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने हाल ही में ओडिशा सरकार को केंद्र खोलने के बारे में सूचित किया है। इन केंद्र को चलाने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण को धन मुहैया कराया जाएगा। इन पांचों केंद्रों में प्रत्येक खेल के लिए कोच या सलाहकार अगले दो महीनों में नियुक्त किए जाएंगे। एक अधिकारी ने बताया कि प्रावधान के अनुसार पूर्व चैंपियन एथलीटों को यहां कोच के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि हर एक खेलों इंडिया केंद्र में मेल और फीमेल कोच का अनुपात समान रखने का प्रयास किया जाएगा। इस योजना के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए टैंलेंट पूल आइडेंटिफिकेश पूर्व चैंपियन एथलीटों द्वारा किया जाएगा। बरहामपुर के सांसद प्रदीप कुमार पाणिग्रही ने उनके संसदीय क्षेत्र में खेलो इंडिया योजना के तहत दो केंद्रों को मंजूरी दिए जाने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा, इससे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी। साथ ही देशभर में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा। राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतने वाले रवि कुमार ने कहा कि इन केआईसी को अच्छी कोचिंग और बुनियादी सुविधाएं देकर राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के एथलीटों को तैयार करने में मदद की जाएगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)