यवतमाल में जब्त खैर की लकड़ी (फोटो नवभारत)
Yavatmal Khair Wood Smuggling Case: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसद शहर में वन विभाग ने अवैध लकड़ी तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। जमजम कॉलोनी और टीचर कॉलोनी परिसर में की गई इस छापामार कार्रवाई के दौरान विभाग ने करीब 6 टन अवैध ‘खैर’ प्रजाति की लकड़ी जब्त की है। इस मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
पुसद वन विभाग को विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि जमजम कॉलोनी के पीछे स्थित टीचर कॉलोनी में भारी मात्रा में खैर प्रजाति की लकड़ी अवैध रूप से भंडारित की गई है। खैर की लकड़ी की बाजार में ऊंची कीमत होने के कारण इसकी तस्करी की योजना बनाई जा रही थी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में रणनीतिक जाल बिछाया और चिन्हित स्थान पर छापेमारी की।
यह पूरी कार्रवाई उपवनसंरक्षक डॉ. बी. एन. स्वामी के कुशल मार्गदर्शन में अंजाम दी गई। टीम में सहायक वनसंरक्षक पी. एस. राजगुरु, एस. एस. कदम, वन परिक्षेत्राधिकारी ए. एल. सुरत्ने और फिरते पथक के अधिकारी जयंतीलाल राठौड़ शामिल थे। वनपालों और वनरक्षकों की संयुक्त टीम ने मौके से लगभग 6 टन जलावन लकड़ी बरामद की, जिसे तत्काल दिग्रस तहसील स्थित सिंगद आगार (डिपो) में भेज दिया गया है।
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इस मामले में वन विभाग ने मोमीनपुरा, पुसद निवासी शेख सद्दाम शेख अफसर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम, 1927 की धारा 41 के अंतर्गत मामला पंजीकृत किया गया है। विभाग अब इस बात की जांच कर रहा है कि इस तस्करी के पीछे और कौन-कौन से बड़े गिरोह सक्रिय हैं और यह लकड़ी किस जंगल से काटी गई थी। इस कार्रवाई के बाद से क्षेत्र के लकड़ी माफियाओं में हड़कंप का माहौल है।