Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • चुनाव
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो

  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

मेट्रो मार्ग और स्टेशनों पर जमा हुए बारिश के पानी का होगा अब ऐसा उपयोग

  • By अमन दुबे
Updated On: Dec 28, 2022 | 07:57 PM
Follow Us
Close
Follow Us:

पुणे : पुणे मेट्रो (Pune Metro) ने पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न उपायों की योजना बनाई है। पुणे मेट्रो ने मेट्रो लाइनों (Metro Lines) पर और स्टेशनों (Stations) की छतों पर गिरने वाला बारिश (Rain) का पानी का उपयोग करने वाला है। इसलिए पुणे मेट्रो ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग (Rain Water Harvesting) का काम शुरु कर दिया है। इससे मेट्रो की लाइनों और स्टेशनों की छतों पर गिरने वाला बारिश का पानी जमीन के अंदर छोड़ा जाएगा। इससे भूजल स्तर बढ़ने में मदद्त होगी। 

पुणे मेट्रो के पिंपरी-चिंचवड स्थानक से स्वारगेट और वनाज से रामवाडी ऐसे कुल 33 किलोमीटर के दो रुट है। इसमें से 25 किलोमीटर का रुट एलिवेटेड है। सड़कों के बीच में पिलर्स लगाकर इन रुटों को बनाया गया है। पुणे मेट्रो द्वारा शहर में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट के अंदर विभिन्न पर्यावरण संरक्षण के लिए उपाय  किए जा रहे है। इसके तहत मेट्रो लाइन पर के पेड़ों को दोबारा लगाना। नए पेड लगाने, मेट्रो स्टेशनों की छतों पर सोलर पैनल बिठाना, वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट, बायोडाइजेस्टर का प्रस्ताव किया गया है। इसमें अब मेट्रो लाइन और स्टेशनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग का काम शुरु किया गया है। मेट्रो के एलिवेटेड रुट का काम लगभग पूरा हो चुका है, इसलिए मेट्रो प्रशासन ने अब रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का कार्य शुरु किया है। 

भूजल स्तर में होगी बढ़ोतरी

पुणे मेट्रो के 2 पिलर के बीच की दूरी 25 से 30 मीटर है और इसकी चौड़ाई 2 से 2.25 मीटर है। पुणे मेट्रो के वायाडक्ट की चौड़ाई 8 मीटर और लंबाई 25 किलोमिटर है। इतने बड़े सतह पर गिरने वाला वर्षा का पानी जमा होने वाला है। इससे भूजल स्तर में बढ़ोतरी होगी। इसलिए मेट्रो प्रशासन ने दोनों पिलर्स के बीच में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का कार्य शुरु किया है। बारीश के पानी को डाउन टेक पाइप के माध्यम से सेटलिंग चेंबर में लाया जाएगा और फिटर और बोरवेल के माध्यम से मिट्टी में छोड़ा जाएगा। 

सुशोभीकरण का कार्य भी हुआ शुरु

मेट्रो लाइन के नीचे जगह में बने डिवाइडरों में पौधरोपण कर सौंदर्यीकरण का काम शुरु किया गया है। मेट्रो ने इसके लिए टेंडर निकाले थे। वनाज स्टेशन से गरवारे स्टेशन और पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका स्टेशन से हैरिस ब्रिज और सिविल कोर्ट स्टेशन से रामवाड़ी स्टेशन तक के कार्यों के लिए कंपनी के टेंडर को मंजुरी दी गई है। कंपनी को डिवाइडर के सौंदर्यीकरण के साथ ही वहां 2 विज्ञापन बोर्ड लगाने की अनुमति दी गई है। इसलिए मेट्रो को यात्री यातायात से होने वाली आय के अतिरिक्त आय भी प्राप्त होगी। इसके अलावा कंपनी को शहर के महत्वपूर्ण चौराहों पर मेट्रो के खंभों पर वर्टिकल गार्डन बनाने को कहा गया है। 

[blockquote content=”पुणे मेट्रो पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। पुणे शहर में बड़ी संख्या में पेड़ हैं और अधिकांश पुणे घने वनस्पतियों से आच्छादित है। इसके अनुरूप पुणे मेट्रो ने रेन वॉटर हार्वेस्टिंग और सुशोभीकरण का कार्य शुरु किया है। ” pic=”” name=”- बृजेश दीक्षित, प्रबंध निदेशक, महा मेट्रो”]

Rain water accumulated on metro route and stations will now be used like this

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Dec 28, 2022 | 07:57 PM

Topics:  

  • Pune Metro

सम्बंधित ख़बरें

1

Pune Metro: येरवडा जमीन सिर्फ मेट्रो परियोजना के लिए, PMRDA को स्थायी कब्जा अधिकार

2

Pune Metro ने बनाया रिकॉर्ड! 73% से ज़्यादा टिकट बिके डिजिटल माध्यम से

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy Terms & Conditions
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.