हीराचंद नेमचंद ट्रस्ट पुणे (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: लंबे विवाद के बाद आखिरकार बैठ हीराचंद नेमचंद स्मारक ट्रस्ट (एच।एन।डी। जैन बोर्डिंग) नामक ऐतिहासिक संस्था की जमीन विक्री का सौदा पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है।
इस निर्णय से जैन समाज में खुशी का माहौल है और पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद पर विराम लग गया है, लेकिन इस पटना से केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोल और भारतीय जनता पार्टी केमफुट पर आ गई है।
शुरुआत में, बोर्डिग के पूर्व खारों ने जमीन बिक्री का कड़ा विरोध किया था। इसके बाद इस मामले में पूर्व सांसद राजू रही और पूर्व विधायक रवींद्र अंगकर की एंट्री हुई। इसी बीच यह खुलासा हुआ कि जमीन खरीदने बाता बिलहर केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल का दोस्त है और लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दोनों एक साथ बोर्डिंग में दर्शन के लिए गए थे।
यह ऐतिहासिक संस्था जो छात्रों और जैन समाज के लिए स्थापित की गई थी, को ट्रस्टी द्वारा अवैध तरीके से बिल्डर को बेचने का मामला सामने आया। इस घोटाले का मुद्दा सबसे पहले अक्षय जैन, आनंदकापार, महापोर चौगुले ने उठाया था, जिन्होंने शुरुआत से ही सबूत और दस्तावेज इकठ्ठा किए। आचार्य गुरुदेव मुष्तिनंदी महाराज के मार्गदर्शन में इस लड़ाई में एड योगेश पांडे, अण्णा पाटिल, चंद्रकांत पाटिल, सुकौशल जिंतूरकर कानूनी पक्ष संभाला और सुनवाई की पूरी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह सिर्फ एक संपत्ति की 66 यान सिर्फ एक लगन की थी, यह छात्रों के अधिकारों, समाज की आस्था और न्याय के सिद्धांतों की सामाजिक लड़ाई थी, यह लड़ाई आसान नहीं थी, बहुत सी मुश्किले आई। हमें समाज के सभी वर्गों, सभी जातियों, धर्मों और राजनीतिक दलौ का समर्थन मिला, यह निर्णय केवल एक ट्रस्ट तक सीमित नहीं है, बल्कि धर्मार्थ कानून के तहत सभी संस्थाओं के लिए पारदर्शिता और न्याय का एक आदर्श स्थापित करता है।
– अक्षय जैन, जैन हॉस्टल बचाओ समिति
66 मुझ पर राजनीति से प्रेरित झझूठे आरोप लगाए गए हैं, लेकिन जैन समाज ने कभी व्यक्तिगत रूप से आरोप नहीं लगाए। पहले दिन से पुणे के जैन बंधुओं ने व्यक्त्तिगत रूप में मेरा नाम कभी नहीं लिया, क्योंकि उन्हें भी सच्चाई पता थी, लेकिन ठीक है, जो हुआ सो हुआ। अब मुझे उस पर बात नहीं करनी है, लेकिन आज का निर्णय सभी के लिए अत्यंत संतोषजनक है। मैं इस पर आने वाले समय में फिर कभी विस्तार से बोलूंगा, जमीन बेचने वाले ट्रस्टी, जमीन खरीदने वाले गोखले बिल्डर्स और यह सौदा नहीं होना चाहिए इसमें क्या-क्या हुआ, कितनी राजनीति हुई, कितने निचले स्तर के आरोप लगे वह सब गलत था।
– मुरलीधर मोहोल, केंद्रीय राज्य मंत्री
राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि धर्मादाय आयुक्त ने सेठ हीराचंद नेमचंद स्मारक ट्रस्ट के हॉस्टल से संबंधित सौदे को रद्द करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दृढ़ता से कहा था कि यह मुद्दा जैन समाज और संबंधित डेवलपर के बीच का है और इस मामले में जैन समाज की भावनाओं को न्याय दिया जाएगा।
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इस बीच गुरुवार को धर्मादाय आयुक्तालय में कई प्रकरण वर्षों से लंबित पड़े रहते हैं, लेकिन जैन बोर्डिंग जमीन मामले में इतनी जल्दबाजी क्यों की गई? आयुक्त इतने फास्ट निर्णय कभी नहीं लेते, तो इस मामले में इतनी तत्परता क्यों दिखाई गई?” उन्होंने कहा कि “पुलिस स्टेशन में जो शिकायत दर्ज कराई गई है उसमें किसी का नाम नहीं लिखा गया है।