वारिस पठान (सौजन्य-IANS)
Pune News: पुणे के शनिवारवाड़ा में मुस्लिम महिलाओं द्वारा नमाज पढ़े जाने का एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने समर्थन किया है। वारिस पठान ने कहा कि भाजपा का काम ही है नफरत फैलाना है। आईएमआईएम नेता ने कहा कि उन महिलाओं ने अगर नमाज अदा की तो कौन सा पहाड़ टूट पड़ा। हमारा संविधान हर एक व्यक्ति को उसका धर्म फॉलो करने का अधिकार देता है।
उन्होंने कहा कि आर्टिकल 25 में इसका प्रावधान है। हमारे हिंदू भाई-बहन भी तो एयरपोर्ट पर गरबा करते हैं। सबको अपना त्योहार मनाने का अधिकार है। इनके (भाजपा नेताओं) दिमाग का शुद्धिकरण होना चाहिए, क्योंकि इनके दिमाग में सिर्फ नफरत भरी है। नितेश राणे के हाजी अली में हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने के बयान पर वारिस पठान ने कहा कि वह मीडिया में बने रहने के लिए हर दिन इस प्रकार के बयान देते हैं।
उनका बस एक ही काम है मुसलमानों को रात दिन गाली देना। इस काम के लिए राज्य सरकार ने उन्हें मंत्री बनाकर पुरस्कार भी दिया है। बिहार चुनाव पर एआईएमआईएम नेता ने कहा कि हमने बिहार में 25 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। बिहार को एआईएमआईएम नेता के रूप में एक नया विकल्प मिल गया है।
Mumbai, Maharashtra: AIMIM leader Waris Pathan says, “If a few women offered namaz for three minutes in an open ground at Shaniwar Wada, what’s the problem with that? Our Constitution allows everyone to pray according to their religion…” pic.twitter.com/0pB5RckBXv — IANS (@ians_india) October 21, 2025
हमने तो महागठबंधन से सिर्फ 6 सीटें मांगी थीं, लेकिन उनके कान में जूं तक नहीं रेंगी। इससे पहले एआईएमआईएम के महाराष्ट्र अध्यक्ष और सांसद इम्तियाज जलील ने शनिवारवाड़ा विवाद को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पुणे में भाजपा के एक बड़े नेता पर 300 करोड़ रुपए के घोटाले का मामला चल रहा है और इस विवाद से ध्यान भटकाने के लिए नमाज का मुद्दा खड़ा किया गया है। जलील ने आरोप लगाया कि पुणे की राज्यसभा सदस्य मेधा कुलकर्णी ने इस विवाद को जानबूझकर हवा दी है।
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उन्होंने कहा कि शनिवारवाड़ा में मौजूद दरगाह बहुत पुरानी है और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग भी इसकी ऐतिहासिक मौजूदगी की पुष्टि करते हैं। सांसद इम्तियाज जलील ने यह भी कहा कि समाज को उन महिलाओं से सीख लेनी चाहिए जिन्होंने दो मिनट नमाज अदा की। “अगर बुर्का पहनी महिलाओं ने दो मिनट नमाज पढ़ ली, तो इसमें क्या गुनाह है?” उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने दबाव में आकर इन महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)