महिला को दो बच्चो संग जलाया
पुणे: जिले के शिरूर तालुका में पुणे-अहिल्यानगर राजमार्ग पर रंजनगांव क्षेत्र में एक महिला और दो बच्चों के जले हुए शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने अब इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाई है। इस मामले का सच सामने आने के बाद लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई ।
पुलिस के अनुसार, स्वाति केशव सोनवणे (उम्र 25, निवासी वाघोरा, तालुका माजलगांव) और उसके दो छोटे बच्चों स्वराज (उम्र 3) और विराज (उम्र 1) की बेरहमी से हत्या कर दी गई। ग्रामीण पुलिस ने आखिरकार इस हत्या की गुत्थी सुलझाई और आरोपी को बीड जिले से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान शिरुर के सरदवाडी निवासी गोरख पोपट बोखारे के रूप में हुई है, जो अहियानगर जिले के श्रीगोंडा का रहने वाला है।
पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल ने बताया, आरोपी और मृतक रिश्तेदार हैं। आरोपी अक्सर स्वाति के घर उसके और उसके पति के बीच झगड़े को सुलझाने के लिए आता था। जल्द ही दोनों के बीच संबंध बन गए और स्वाति गोरख पर शादी के लिए दबाव बनाने लगी। गोरख और स्वाति के बीच विवाद का नतीजा यह हत्याकांड हुआ।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों को पकड़ने के लिए सात टीमें गठित की गईं और अहिल्यानगर इलाके में वाघोली से राहुरी तक 250 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया गया। 25 मई को पुणे-अहिल्यानगर रोड पर रंजनगांव-खंडाले में एक निजी कंपनी के पीछे एक खेत में एक महिला और दो बच्चों के अधजले शव मिले। पुलिस के लिए अपराध के समय भारी बारिश के कारण पैरों के निशान प्राप्त करना कठिन हो गया था तथा अपराध स्थल सुनसान था। साथ ही सीसीटीवी कैमरे से फुटेज भी नहीं मिल पा रहे थे।
पुलिस को 9 मई को बीड जिले के माजलगांव से एक महिला के लापता होने की शिकायत मिली। शिरुर डिवीजन के पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत ढोले ने कहा, कि हमारी जांच में पता चला है कि उक्त महिला अपने पति से झगड़े के बाद अलंदी में अपने पिता के घर चली गई थी। वह और उसके बच्चे 23 मई को बोखारे के साथ अलंदी से चले गए।
मृतका के माता-पिता, जो दिहाड़ी मजदूर हैं। उन्हें स्वाती के ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं थी। लेकिन पुलिस ने बोखारे को शक के आधार पर हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। ढोले के अनुसार, 23 मई को बोखारे जब महिला और उसके दो बच्चों को बाइक पर लेकर आलंदी से शिरुर के सरदवाड़ी स्थित अपने घर जा रहा था, तो उसने पुणे-अहिल्यानगर राजमार्ग पर ग्रोवेल कंपनी के पास एक सुनसान इलाके में मोटरसाइकिल रोक दी।
उसने कथित तौर पर स्वाति का गला घोंट दिया और उसके सिर पर पत्थर से वार करके उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने उसके दोनों बच्चों को भी मार डाला। सबूत मिटाने के लिए वह पानी की बोतल में पेट्रोल लेकर आया और शवों को जलाने की कोशिश की, लेकिन बारिश ने उसकी योजना को विफल कर दिया।
रंजनगांव पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर महादेव वाघमोड़े ने बताया, आरोपी शिरुर इलाके में ड्राइवर के तौर पर काम करता है। उसे शनिवार सुबह गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में पेश किया गया और 11 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।