नितिन गडकरी (सौजन्य-एएनआई)
नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एक कार्यक्रम में अपने राजनीतिक सफर साझा करते हुए भावुक हो गए। नितिन गडकरी ने अपने सफर के दौरान आई अड़चनों और आज के समय में आने वाले समय में क्या अंतर है, इस विषय पर बात की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में अपने राजनीतिक सफर की पुरानी बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने राजनीति की शुरुआत की थी, तब कुछ लोग उनके घर पर रोज़ पत्थर फेंकते थे, लेकिन समय बदला और आज वही लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं।
नितिन गडकरी स्थानीय भाजपा नेता रामदास आंबटकर को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कठिन समय में भी भाजपा कार्यकर्ताओं की निष्ठा और मेहनत पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक बालासाहेब देवरस के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, “दुर्लभ कार्यकर्ता ही संगठन की सबसे बड़ी शक्ति होता है।”
नितिन गडकरी ने कहा कि आरएसएस में बड़ी संख्या में ऐसे समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिनकी बदौलत संगठन ने सफलतापूर्वक लगभग 100 वर्ष पूरे किए हैं। उन्होंने कहा कि ये कार्यकर्ता हमेशा अपनी विचारधारा और राष्ट्र को सर्वोपरि रखते हैं। गडकरी ने राजनीति में अपने शुरुआती दिनों को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि 1975 में जब मैं नागपुर क्षेत्र में भाजपा के लिए काम कर रहा था, तो मेरे इलाके के कुछ लोग अक्सर मेरे घर पर पत्थर फेंकते थे। नितिन गडकरी ने कहा कि समय के साथ वही लोग आरएसएस मुख्यालय, डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर और उनके घर आने लगे तथा उनमें से एक तो बाद में भाजपा का वार्ड अध्यक्ष भी बना। नितिन गडकरी ने भाजपा और आरएसएस में योगदान के लिए दिवंगत आंबटकर और उनके परिवार की सराहना की।
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इस दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में नागपुर ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र और देश के अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया। इस जनसंपर्क आयोजन में नागरिकों ने केंद्रीय मंत्री से न केवल अपनी समस्याएं और मांगें रखीं, बल्कि कई लोगों ने नए प्रयोगों के प्रेजेंटेशन भी दिए और कृषि, आईटी, सड़क सुरक्षा आदि क्षेत्रों की प्रगति के लिए नई-नई कल्पनाएं भी उनके समक्ष प्रस्तुत कीं। (एजेंसी इनपुट के साथ)