महाराष्ट्र का मानसून (AI Generated Photo)
Nagpur Monsoon Update: विगत दिनों रुक-रुक कर फुहारें पड़ने के बाद बीते 2 दिनों से बादल थमे हुए हैं। नागपुर समेत विदर्भ के अधिकतर जिलों से बादल जैसे रूठ गए हैं। गुरुवार को इक्का-दुक्का जिलों में बूंदाबांदी के अलावा कहीं भी बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग ने ब्रम्हपुरी में 12.8 मिमी, यवतमाल में 2.0 मिमी और भंडारा, चंद्रपुर एवं गड़चिरोली प्रत्येक जिलों में 1.0 मिमी बारिश दर्ज की। शेष जिलों में बादल थमे रहे।
बारिश नहीं होने के कारण तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही है। गुरुवार को सुबह से सिटी में बदराया मौसम रहा। दोपहर को कुछ इलाकों में बौछारें पड़ीं लेकिन अच्छी बारिश कहीं भी नहीं हुई। देर शाम बारिशनुमा मौसम बना लेकिन बादल नहीं बरसे। शाम के वक्त हवाएं चलने से कुछ पलों के लिए गर्मी से राहत मिली।
मौसम विभाग ने गुरुवार को सिटी का अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री दर्ज किया जो औसत से 1.8 डिग्री अधिक रहा। बीते 24 घंटों में अधिकतम तापमान में 3.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री दर्ज हुआ। यह औसत से 0.6 डिग्री कम रहा। हालांकि, मौसम विभाग ने नागपुर, गड़चिरोली, भंडारा और वर्धा में येलो अलर्ट जारी किया है। तो वहीं शेष पूरे महाराष्ट्र में बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
नागपुर में जुलाई महीने में अमूमन औसत बारिश 317.7 मिमी है लेकिन बीते 2018 से 2025 तक 8 वर्षों की बात करें तो इस महीने बादल रिकॉर्डतोड़ बरसे हैं। बीते 8 वर्षों से औसत से काफी अधिक बारिश जुलाई के महीने में हो रही है और यह सिलसिला इस वर्ष भी जारी रहा। इस साल भी सिटी में 1 से 31 जुलाई तक एक ही महीने में 475.1 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 157.8 मिमी अधिक है।
यह जुलाई महीने की नॉर्मल बारिश से लगभग 50 फीसदी अधिक है। बता दें कि इस वर्ष जून के महीने में नॉर्मल से 44 फीसदी कम बारिश हुई थी। इस महीने की सामान्य बारिश 173.9 मिमी है जबकि वर्षा केवल 97.9 मिमी ही हुई थी। हालांकि जुलाई महीने में बादलों ने पूरा बैकलॉग पूरा कर दिया। बीते वर्ष 2024 की बात करें तो जुलाई महीने में 579.3 मिमी बारिश हुई थी।
बीते 8 वर्षों से जुलाई महीने में बारिश का पैटर्न कुछ इसी तरह का चल रहा है। इस बार भी 1-2 दिनों की मूसलाधार बारिश से सिटी के कई इलाके जलमग्न हो गए थे और जिले की 8 तहसीलों में भी भारी नुकसान हुआ। इस मानसूनी सीजन की बात करें तो 1 जून से 31 जुलाई तक नागपुर में कुल 573 मिमी बारिश हो चुकी है जो सामान्य से 17 फीसदी अधिक है। जून व जुलाई महीने की नॉर्मल बारिश 491.2 मिमी है।
जुलाई महीने में अतिवृष्टि 28 वर्ष पूर्व 1994 में हुई थी। उस वर्ष 678.9 मिमी बारिश दर्ज हुई थी जो जुलाई महीने में सर्वाधिक कुल बारिश का रिकॉर्ड है। 12 जुलाई 1994 को तो जलजला आ गया था। इस एक दिन में यानी 24 घंटों में ही 304.0 मिमी बारिश हुई थी। उसके बाद वर्ष 2022 में बारिश का यह रिकॉर्ड टूटते-टूटते बचा था। उस वर्ष जुलाई तक नागपुर में 628.7 मिमी बारिश हुई थी।
बीते 10-12 वर्षों से नागपुर में जुलाई महीने में अच्छी बारिश होती रही है। केवल 10 वर्ष पूर्व 2015 में ही बादलों ने कंजूसी दिखाई थी। 2015 के जुलाई में 105.2 मिमी बारिश दर्ज हुई थी। पिछले वर्ष तो 579.3 मिमी बारिश का रिकॉर्ड बना। इस वर्ष भी जिले में करीब 8,000 हेक्टेयर में फसलों को क्षति पहुंची है। अनेक गांवों में खेत की फसलें ही बह गईं। नाले व नदी ओवरफ्लो होने और निचले इलाकों में गांवों में पानी घुसने से भी नुकसान हुआ। शहर व जिले के ग्रामीण भागों में नदी-नालों में बहने और बिजली गिरने से कुछ मौतें भी हुईं। अनेक घर क्षतिग्रस्त हुए और कुछ मवेशी भी मारे गए।
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ओवरआल देखें तो नागपुर में हर मानसून में औसत कुल 1072 मिमी बारिश होती है। इस वर्ष जून से जुलाई महीने तक 53 फीसदी से अधिक वर्षा हो चुकी है। हालांकि इस वर्ष बीते 3 वर्षों की तुलना में कम बारिश हुई है। वर्ष 2023 में 516.2 और 2022 में 628.7 मिमी बारिश जुलाई के महीने में हुई थी। अभी पूरा अगस्त व सितंबर का महीना शेष है। अगस्त महीने में भी अच्छी बारिश के संकेत हैं। इस महीने की औसत बारिश 277.2 मिमी है। सितंबर महीने में भी 100 से 150 मिमी बारिश होती रही है।
बीते 10 वर्षों की स्थिति (जुलाई) | वर्ष बारिश (मिमी) |
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2024 | 579.3 |
2023 | 516.2 |
2022 | 628.7 |
2021 | 420.4 |
2020 | 378.6 |
2019 | 439.9 |
2018 | 543.5 |
2017 | 324.7 |
2016 | 405.4 |
2015 | 105.2 |