मुंबई महानगरपालिका (सौ. सोशल मीडिया )
BMC Fixed Deposit: बीएमसी की फिक्स्ड डिपॉजिट जो 81 हजार करोड़ थी, वह अब घटकर 80 हजार करोड़ हो गई है। इन जमा राशि का उपयोग मुख्यतः विकास कार्यों के लिए होता है। पिछले दो-ढाई वर्षों से ये राशि लगातार घट रही है, जो चिंता का विषय है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत करते समय महानगरपालिका ने बताया था कि फिक्स्ड डिपॉजिट की राशि लगभग 81,000 करोड़ है, लेकिन पिछले सात महीनों में यह घटकर 80,000 करोड़ के करीब आ गई है।
एक समय में लगभग 90,000 करोड़ से ज्यादा की फिक्स्ड डिपॉजिट जमा होने वाली मुंबई महानगरपालिका की जमा राशि अब 80,000 करोड़ के आसपास पहुंच गई है। मुंबई महानगरपालिका देश की सबसे संपन्न महानगरपालिकाओं में से एक है। इसकी विभिन्न विभागों की अधिशेष राशि विभिन्न बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में रखी जाती है।
अधिकतम व्याज दर देने वाले बैंकों में ये जमा किया जाता है। इन जमा राशि से ही महानगरपालिका के परिचालन खर्च, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को देय राशि और अन्य विकास परियोजनाएं पूरी होती हैं। कोरोना महामारी के दौरान निर्माण सामग्री की कीमतों में राहत दी गई थी, जिससे निर्माण क्षेत्र को बढ़ावा मिला था और मार्च 2022 में महापालिका की आय लगभग 14,750 करोड़ थी। उस समय फिक्स्ड डिपॉजिट राशि लगभग 91,000 करोड़ से अधिक थी। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की गई।
महापालिका की जमा राशि में गिरावट के पीछे एक वजह ये है कि कुछ राशियां विकास परियोजनाओं के लिए रिजक फंड (रक्षित निधि) के रूप में रखी जाती थीं। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट, गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड, सीवेज ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट आदि बड़े खर्चीले और समय लेने वाले प्रोजेक्ट्स के लिए निधि आरक्षित होती है। जब इन प्रोजेक्ट्स की देय राशि ठेकेदारों को चुकानी होती है, तब इन निधियों का उपयोग होता है। जिससे जमा राशि कम होती है।
इसके अलावा, महानगरपालिका ने पिछले कुछ वर्षों से रिजर्व फंड का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इस आर्थिक वर्ष में लगभग 16,000 करोड़ की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि विकास परियोजनाओं के लिए आरक्षित की गई है।
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महापालिका ने पिछले दो-तीन वर्षों में बड़े-बड़े आधारभूत सुविधाओं के प्रोजेक्ट्स हाथ में लिए हैं, जैसे सड़कों का कंक्रीट निर्माण, पुल, वर्सोवा-दहिसर कोस्टल रोड, दहिसर भाईंदर लिंक रोड, गोरेगांव मुलुंड जोड़ सड़क आदि जिस कारण फिक्स्ड डिपॉजिट कम हो सकते हैं, ऐसी आशंका जताई जा रही है।