गोंदिया. ग्रापं में कार्यरत कम्प्युटर परिचालकों ने बकाया मानधन और मानधन निकालने के लिए लागू की 1 से 33 नमूने की शर्त तत्काल रद्द करें इस मांग को लेकर जिले के 586 कम्प्युटर परिचालकों ने गत 4 अप्रैल से काम बंद आंदोलन शुरू किया है. इन कम्प्युटर परिचालकों की मांगे मंजूर नहीं होने से पिछले 5 दिनों से जिले की 547 ग्रापं के कामकाज पुर्णत: ठप हो गए है.
महाराष्ट्र शासन के ग्राम विकास व माहिती तंत्रज्ञान विभाग के माध्यम से सन 2011 से संग्राम कम्प्युटरीकृत ग्रामीण महाराष्ट्र व वर्तमान में आपकी सरकार सेवा केंद्र इस प्रकल्प में जिले की सभी ग्रापं, पंस व जिप स्तर पर कम्प्युटर परिचालक के रूप में जिले में 586 कर्मचारी मानधन पर कार्यरत है.
इन कम्प्युटर परिचालकों के माध्यम से सभी प्रकार की डिजिटल सेवा पूर्ति करने, जमा खर्च का रिकार्ड ऑनलाइन दर्ज करने, ग्रामसभा, मासिक सभा के ऑनलाइन और ऑफलाईन काम कम्प्युटर परिचालक करते है. लेकिन इन कम्प्युटर परिचालकों को पिछले 4 माह से मानधन नहीं मिला है. इसी में कंपनी ने अब उनके मानधन निकालने के लिए कुछ शर्त लाद दी है.जिसमें 1 से 33 नमूने अपडेट होने पर ही मानधन निकालने की भूमिका कंपनी ने रखी है.
जिससे इन कम्प्युटर परिचालकों पर भूखों मरने की नौबत आ गई है. इसमें भी अधिकांश ग्रापं में 1 से 33 नमूनों का डाटा ही नहीं है. वहीं कुछ ग्रापं में यह डाटा अपूर्ण है. जिससे वह ऑनलाइन कैसे करें ऐसा सवाल कम्प्युटर परिचालकों के समक्ष निर्माण हो गया है. जिससे कंपनी यह शर्त रद्द करें. इस मांग के लिए जिले के 586 कम्प्युटर परिचालकों ने काम बंद आंदोलन शुरू किया है. कंपनी ने इस शर्त को रद्द नहीं किया तो आंदोलन अधिक तीव्र किया जाएगा. ऐसा संकेत संगठन के अध्यक्ष जीतेंद्र साखरे, जिला सचिव प्रमोद गौतम, उपाध्यक्ष टोलीराम नेलकर ने दिया है.
ग्रापं अंतर्गत सभी प्रकार के प्रमाणपत्र अब ऑनलाइन दिए जाते है. लेकिन कम्प्युटर परिचालकों के पिछले 5 दिनों से आंदोलन शुरू होने से विद्यार्थी तथा ग्रामीणों को प्रमाणपत्र नहीं मिलने से उनके काम प्रभावित हो गए है.
महाराष्ट्र की ग्रापं में 27 हजार कम्प्युटर परिचालक कार्यरत है. कंपनी ने कम्प्युटर परिचालकों की मांग मान्य नहीं की तो सोमवार से संपूर्ण राज्य के कम्प्युटर परिचालक आंदोलन में शामिल होगे. ऐसा भी संकेत दिया गया है.