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गोंदिया. प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना अंतर्गत किसानों को वर्ष भर में 3 चरणों में 6 हजार रु. दिए जाते हैं. इस योजना का लाभ वे लोग भी ले रहे थे जो स्वयं किसान नहीं हैं और आयकर दाता हैं. इस योजना के पात्र लाभार्थियों के सर्वेक्षण कर उसमें अपात्र और फर्जी लाभार्थियों के खाते बंद करने की सूचना केंद्र सरकार ने दी है.
इसके अनुसार जिला राजस्व विभाग ने सर्वेक्षण शुरू किया है. जिसमें लगभग 20 हजार लाभार्थी अपात्र पाए जाने की जानकारी है. इन लाभार्थियों की पुन: एक बार पड़ताल कर उनके खाते बंद किए जाएंगे. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री किसान योजना के जिले में कुल 2 लाख 71 हजार लाभार्थी हैं. इसमें से 4 हजार 811 लाभार्थियों की पिछले 4 वर्षो में मृत्यु हो गई. वहीं 2 हजार 969 लाभार्थी यह आयकर भरने वाले थे. इसी तरह एक ही परिवार के पति-पत्नी इन दोनों इस योजना का लाभ उठाने वाले 10 हजार लाभार्थी पाए गए है.
इसी कड़ी में किसान नहीं होने के बावजूद इस योजना का लाभ उठाने वाले 1098 लाभार्थी पाए गए हैं. इन सभी की एक बार पुन: पड़ताल कर उनके खाते स्थायी रूप से बंद किए जाएगे ऐसी जानकारी विभाग के एक प्रवक्ता ने दी है. जिले में पीएम किसान योजना के कुल 2 लाख 71 हजार लाभार्थी हैं. इसमें से वर्तमान स्थिति में इस योजना का लाभ 2 लाख 61 हजार किसान ले रहे हैं.
इसमें कुछ पात्र लाभार्थी अब भी इस योजना के लाभ से वंचित हैं. पीएम किसान पेंशन योजना का लाभ एक परिवार के एक ही व्यक्ति को मिलेगा यह स्पष्ट है. जिससे पति-पत्नी के नाम पर खेती है, फिर भी परिवार के केवल एक ही व्यक्ति को इस योजना का लाभ मिलेगा. जिससे 10 हजार खाते बंद हो जाएंगे.
पीएम किसान पेंशन योजना के लिए पात्र नहीं होने के बावजुद कुछ लाभार्थियों ने इस योजना का लाभ उठाने की बात स्पष्ट हुई है. जिससे इन लाभार्थियों की पुन: एक बार पड़ताल करने का काम शुरू है. यह पूर्ण होने के बाद उन्होंने उठाई पेंशन की रकम शासन को वापस नहीं लौटाने पर उन पर फौजदारी कार्रवाई की जाएगी. पीएम किसान योजना का लाभ यह केवल किसानों को दिया जाता है. लेकिन इस योजना का लाभ जिनके नाम पर खेत नहीं और जो किसान नहीं है ऐसे 1098 फर्जी लाभार्थी इस योजना का लाभ उठा रहे है. उनसे पेंशन की रकम वसूल की जाएगी.