गडचिरोली. पिछले कुछ दिनों से जंगली हाथियों का आरमोरी तहसील के जंगल में विचरण शुरू है. वर्तमान स्थिति में जंगली हाथी वैरागड, पाठणवाडा परिसर में होने की जानकारी मिली है. ऐसे में गुरूवार को जंगली हाथियों ने पाठणवाडा खेत परिसर में उत्पात मचाने के बाद बीती रात वैरागड-चामोर्शी मार्ग के परिसर में उत्पात मचाते हुए धान फसलों को चौपट कर दिया है. पिछले दो दिनों की कालावधि में वैरागड समे त पाठणवाडा क्षेत्र के करीब 62 किसानों के सैकडों हेक्टेयर धान फसलों को जंगली हाथियों ने नुकसान पहुंचाने की जानकारी मिली है. जिसके कारण किसान पुरी तरह चिंता में बढ गये है. .
गुरूवार की रात जंगली हाथियों ने वैरागड-पाठणवाडा परिसर में धान फसलों को नुकसान पहुंचाया था. इसमें करीब 42 किसानों के धान फसलों का नुकसान हुआ था. खेतों में उत्पात मचाने के बाद जंगली हाथी जंगल की ओर निकल गये. लेकिन रात होते ही दोबारा वैरागड-चामोर्शी मार्ग पर वैरागड के खेत परिसर में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाते हुए धान फसलों को पुरी तरह चौपट कर दिया. इसमें करीब 10 किसानों का भारी नुकसान हुआ है. इस क्षेत्र में वर्तमान स्थिति में धान फसल कटाई लायक हो गयसा है. वहीं कुछ जगह पर फसल बहर रहा है. ऐसे में पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में जंगली हाथियों का विचरण होने से किसान पुरी तरह भयभित हो गये है.
इस दौरान घटना की जानकारी मिलते ही वनविभाग के पथक समेत हुल्ला टिम शुक्रवार को सुबह के समय घटनास्थल पर पहुंची. जहां वनकर्मचारियों ने घटना का पंचनामा किया. नुकसान की रिपोर्ट तयार कर और वरिष्ठ स्तर पर भिजवाकर वित्तीय सहायता दिलाने के लिये प्रयास करने का आश्वासन वनपरिक्षेत्राधिकारी अविनाश मेश्राम ने दिया है.
पिछले एक वर्ष से जंगली हाथी वडसा वनविभाग में विचरण कर रहे है. इस वनविभाग अंतर्गत देसाईगंज, आरमोरी, कुरखेडा तहसील के जंगल परिसर में हाथियों का मार्गक्रमण शुरू है. इस बीच जंगल परिसर के खेत परिसर में घुसकर जंगली हाथी धान फसलों को नष्ट करने का सिलसिला शुरू कर दिये है. इधर सरकार द्वारा अल्प मुआवजा देने का आरोप किसानों द्वारा लगाया गया जा रहा है. इसके साथ ही जंगली हाथियों का बंदोबस्त करने के लिये विशेष उपाययोजना करने की मांग की जा रही है.