एसटी बस (सौजन्य-नवभारत)
Bhandara News: महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन महामंडल (एमएसआरटीसी) ने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ड्यूटी पर शराब पीकर आने वाले कर्मचारियों पर नियंत्रण के लिए विशेष जांच अभियान शुरू किया है। इस अभियान के दौरान राज्यभर के विभिन्न डिपो में अचानक निरीक्षण किए जा रहे हैं। भंडारा डिपो में की गई जांच में एक कर्मचारी शराब के नशे में ड्यूटी पर पाया गया।
एसटी महामंडल के सुरक्षा और सतर्कता विभाग ने अचानक कार्रवाई करते हुए चालक, परिचालक और यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों की अल्कोहल जांच की। यह कार्रवाई उपमुख्य सुरक्षा व सतर्कता अधिकारी तथा विभाग प्रमुखों के मार्गदर्शन में की गई। जांच के दौरान एक कर्मचारी के शराब पीकर ड्यूटी पर आने की पुष्टि होने पर उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की गई।
राज्य स्तर पर चलाए गए इस अभियान में विभिन्न जिलों से कुल सात कर्मचारी शराब के नशे में पाए गए। सभी के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है।
सुरक्षा और सतर्कता विभाग ने स्पष्ट कहा है कि यात्रियों की जान जोखिम में डालने वाले किसी भी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च जिम्मेदारी है।
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इस पृष्ठभूमि पर एसटी महामंडल ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब से आने वाली नई एसटी बसों में चालक की सीट के पास ‘ब्रेथ एनालिसिस यंत्र’ (अल्कोहल जांच यंत्र) लगाया जाएगा। यह यंत्र चालक के सांस से अल्कोहल की मात्रा तुरंत पहचान लेगा और यदि चालक ने शराब पी रखी होगी तो बस स्टार्ट ही नहीं होगी। इस तकनीक से शराब पीकर वाहन चलाने की घटनाओं पर रोक लगेगी और यात्रियों की जान की सुरक्षा और मजबूत होगी।
प्रतिदिन लाखों यात्री एसटी बसों से यात्रा करते हैं। कई लोगों के लिए यही एकमात्र परिवहन साधन है। हालांकि हाल के दिनों में कुछ चालक और परिचालक शराब के नशे में बस चलाते हुए वीडियो में पकड़े गए थे, जिससे यात्रियों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई थी। महामंडल के इस नए निर्णय से यात्रियों का ‘लालपरी’ (एसटी बस) पर विश्वास फिर से कायम होगा।