सरपंच मर्डर केस की सुनवाई शुरू (सौजन्य-सोशल मीडिया)
बीड: बीड के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की बहुचर्चित व जघन्य हत्याकांड मामले की सुनवाई बुधवार से केज कोर्ट में शुरु हो गई। देशमुख की 9 दिसंबर 2024 को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड ने सजा से बचने के लिए वकीलों की फ़ौज उतार दी है।
जबकि सरकारी पक्ष से नामी अधिवक्ता उज्जवल निकम व बालासाहेब कोल्हे, देशमुख को न्याय दिलाने की क़ानूनी लड़ाई लड़ेंगे। इस हत्याकांड की गूंज राजनीतिक हलकों में भी काफी सुनाई दी।
बीजेपी विधायक सुरेश धस समेत सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने आरोप लगाया कि देशमुख मर्डर केस में गिरफ्तार वाल्मिक कराड के अजित पवार गुट के कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे के साथ करीबी संबंध हैं। इसके बाद धनंजय मुंडे पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया। हालांकि मुंडे इस्तीफा देने से बचते रहे। लेकिन जब इस जघन्य हत्याकांड की फोटो व वीडियो वायराल हुई तो मुंडे को ठीक विधान मंडल के बजट सत्र के बीच में इस्तीफा देना पड़ा।
एसआईटी ने अनुरोध किया था कि इस मामले की सुनवाई बीड अदालत में की जाए। हालांकि पहली सुनवाई केज कोर्ट में हुई थी। इस मामले की अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी। बीड के सरपंच देशमुख एक पवन चक्की कंपनी से 2 करोड़ की जबरन वसूली का विरोध कर रहे थे। इस वजह से उनकी हत्या की गई है। पहली सुनवाई के दौरान संतोष देशमुख के भाई धनंजय देशमुख भी कोर्ट में मौजूद रहे। आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया।
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पुलिस ने इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की थी: एक देशमुख के अपहरण और हत्या के लिए, दूसरी पवन चक्की फर्म के सुरक्षा गार्ड पर स्थानीय लोगों द्वारा हमला करने के लिए, और तीसरी फर्म को निशाना बनाकर 2 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की कोशिश के लिए। इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में शामिल वाल्मिक कराड ने आत्मसमर्पण कर दिया था।