पहलगाम हमले में मारे गए मध्य प्रदेश के सुशील नथानियल का अंतिम संस्कार हुआ (सौजन्य: सोशल मीडिया)
इंदौर: पहलगाम आतंकी हमले में मृतकों के शव उनके घर पहुंचाए जा रहे हैं। आतंकी हमले के शिकार मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी सुशील नथानियल का भी पार्थिव शरीर बृहस्तपतिवार को इंदौर स्थित आवास पहुंचा। यहां ईसाई रिति रिवाज के साथ जूनी इंदौर कब्रिस्तान में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान परिजनों के साथ कब्रिस्तान में मौजूद हर व्यक्ति की आंखों में आंसू और दिल में आतंकी हमले को लेकर आक्रोश था।
सुशील को अंतिम विदाई देने परिवार और सगे-संबंधी समेत शहर के अन्य लोग भी पहुंचे थे। अंतिम विदाई के दौरान परिजनों के आंसू और बेबसी देखकर सभी का गला भर आया। सुशील की अंतिम यात्रा में मंत्री तुलसी सिलावट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, शहर काजी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
बृहस्पतिवार की सुबह इंदौर स्थित घर से सुशील नथानियल की अंतिम यात्रा निकाली गई। पार्थिव शरीर को पहले परदेशीपुरा स्थित चर्च ले जाया गया। यहां पादरी की मौजूदगी में मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इसके बाद पार्थिव शरीर को जूनी इंदौर स्थित लूनियापूरा के कब्रिस्तान ले जाया गया जहां ईसाई धर्म के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया।
कब्रिस्तान में सुशील नथानियल के अंतिम संस्कार के दौरान माहौल पहले से ही गमजदा था, लेकिन व्हीलचेयर पर जब बेटी ने पिता को आंखों में आंसू लिए अंतिम विदाई दी तो वहां मौजूद लोगों का कलेजा मुंह को आ गया। बेटी पिता का चेहरा देखकर रो पड़ी। उसके मुंह से सिर्फ ‘पापा-पापा’ ही निकल रहा था। परिजनों और रिश्तेदारों ने किसी तरह उसे संभाला। हमले में बेटी के भी पैर में गोली लगी थी।
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सुशील की पत्नी अपने पति को अंतिम विदाई देने के दौरान चीख पड़ी। वह बोली, ‘मुझे आपने क्यों बचा लिया। आपके बिना मैं कैसे जी पाऊंगी। आप को जाना था तो मुझे क्यों बचाया।’ यह कहकर वह जोर-जोर से रोने लगी। परिजनों ने बड़ी मुश्किल से उन्हें संभाला। सुशील परिवार के साथ 18 अप्रैल को कश्मीर घूमने के लिए गए थे।