(खेड़ा प्लांट में बने तितली उद्यान)
Madhya Pradesh News: ब्रिजस्टोन इंडिया ने अपने खेड़ा प्लांट में बने तितली उद्यान (बटरफ्लाई गार्डन) में नेचर इंटरप्रिटेशन सेंटर का उद्घाटन किया है। इससे पारिस्थितिकी संरक्षण (इकोलॉजिकल कन्जर्वेशन) और पर्यावरणीय शिक्षा (एनवायरमेंटल एजुकेशन) को लेकर कंपनी की प्रतिबद्धता को मजबूती मिलेगी। यह नेचर इंटरप्रिटेशन सेंटर मिट्टी से बना एक इको-फ्रेंडली घर है।
इसे इस तरह डिजाइन किया गया है जिससे जैव विविधता के बारे में सीखने में मदद मिले। इसे 3डी मॉडल्स, इंटरैक्टिव स्मार्ट बोर्ड और एक शैक्षणिक संसाधन क्षेत्र (एजुकेशनल रिसोर्स एरिया) से लैस किया गया है। इस रिसोर्स एरिया में किताबें, हर्बेरियम और प्रशिक्षण के लिए जरूरी सामान उपलब्ध होंगे।
इस सेंटर में वर्कशॉप, जागरूकता कार्यक्रम और सामुदायिक आयोजन किए जाएंगे, जिससे यह प्रकृति से संबंधित ज्ञान पाने का एक हब बनकर सामने आएगा। हाल ही में यहां स्थानीय स्कूलों के 70 से अधिक छात्रों को आमंत्रित किया गया था। छात्रों को जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण का व्यावहारिक अनुभव मिला। यह केंद्र 1.23 एकड़ में बने ब्रिजस्टोन तितली उद्यान में स्थित है। यहां 7,000 से ज्यादा स्थानीय पौधे हैं।
इस बाग से तितलियों, पक्षियों, सरीसृपों, स्तनधारी जीवों व अन्य परागण कीटों (पॉलिनेटर्स) की समृद्ध पारिस्थितिकी को समर्थन मिलता है। बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी (बीएनएचएस) की ओर से किए गए एक मूल्यांकन में इस बाग की पारिस्थितिकी सफलता की तस्वीर सामने आई थी। अपनी शुरुआत से अब तक यहां तितलियों की प्रजाति 44 से 68 और पक्षियों की प्रजाति 40 से 46 हो गई है। इनमें से कई पक्षी खेड़ा क्षेत्र में पहली बार देखे गए हैं।
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ब्रिजस्टोन तितली उद्यान और नया नेचर इंटरप्रिटेशन सेंटर मिलकर इस बात का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं कि किस तरह से उद्योगों और प्रकृति को सामंजस्य के साथ आगे बढ़ाया जा सकता है। इनसे पर्यावरण के अनुकूल विकास एवं समाज पर सकारात्मक प्रभाव को लेकर ब्रिजस्टोन के लक्ष्य को भी मजबूती मिली है।