विश्व सुनामी जागरूकता दिवस (सौ.सोशल मीडिया)
World Tsunami Awareness Day: सुनामी या फिर तबाही, एक ऐसा मंजर जिसमें अचानक से मौसम का बदलाव असर डालता है। सुनामी की स्थिति में तटीय इलाकों से लेकर हर इलाके के लोगों को नुकसान पहुंचता है। सुनामी, अचानक आई हुई तबाही है जिसके लिए कितने भी इंतजाम कर लिए जाए मंजर खराब हो जाता है। इस सुनामी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 5 नवंबर को विश्व जागरूकता दिवस मनाया जाता है। यह दिवस सुनामी की घटनाओं को काबू में करने का कार्य करता है।
यहां पर विश्व सुनामी जागरूकता दिवस की बात की जाए तो इसकी थीम हर साल बदलती है। इसमें ही इस साल 2024 की थीम की बात करें तो, “हर सुनामी से पहले प्रारंभिक चेतावनी और प्रारंभिक कार्रवाई”. इस थीम का मकसद, प्रभावी चेतावनी प्रणालियों के महत्व पर ज़ोर देना है। अगर हम सुनामी को लेकर मिल रही चेतावनी के प्रति सतर्क रहकर कार्रवाई पहले ही करते हैं तो बड़ी तबाही होने से बचा जा सकता है।
यहां पर विश्व सुनामी जागरूकता दिवस के इतिहास की बात की जाए तो, साल 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व जागरूकता दिवस को 5 नवंबर को मनाने को लेकर नामांकित किया था। इसके साथ ही इस दिवस के मनाने को लेकर दुनियाभर से कई देशों का समर्थन मिला है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने काफी संशोधन के बाद इस दिवस को मनाने की पहल की है।
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विश्व सुनामी दिवस पर आप सुनामी के खतरे से बचने के लिए हमारे द्वारा बताई जा रही 5 बातों या सबक को याद रख सकते है जिसके आधार पर बड़ी सुनामी से बचा जा सकता है।
1- जागरूकता और शिक्षा
प्राकृतिक आपदाएं क्या होती हैं औऱ किस तरह से नुकसान पहुंचाती है इसके लिए व्यक्ति को जागरूकता की आवश्यकता पड़ती है। अगर आपको पहले से ही सुनामी के बारे में पता होगा तो, बड़ी संख्या में संपत्ति को पहुंचने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।
2- निचले इलाकों के लोगों के लिए व्यवस्था
सुनामी के खतरें से बचने के लिए आपको तटीय इको-सिस्टम की सुरक्षा करना चाहिए। जिन लोगों के घर तटीय या निचलें इलाकों में होते है उन्हें सुनामी जैसी तबाही का खतरा ज्यादा रहता है। जो लोग तटीय इलाकों में रहते है वे समुद्र पर ही निर्भर होते हैं इसके लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए। इसके लिए सरकार इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था कर सकते है।
3- पहले से ही अलर्ट होना
सुनामी की स्थिति को लेकर मौसम विभाग पूर्वानुमान जारी करते हैं कई बार सुनामी की चेतावनी भी मिलती है इसके लिए आपको अलर्ट रहने की जरूरत है। तकनीक ने प्राकृतिक आपदाओं को लेकर पूर्व सूचना देने को काफी हद तक संभव कर दिया. इसके चलते बड़ी संख्या में जिंदगियां बचाई भी गई हैं. सरकार को तटीय इलाकों में इस तरह की उन्नत तकनीक का लगातार इस्तेमाल करना होगा।
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4-बिल्डिंग निर्माण पर आदेश
अगर आप सुनामी जैसे खतरों से प्रभावित क्षेत्रों में रहते हैं तो आपको बिल्डिंग निर्माण से जुड़े दिशा-निर्देश का सही से पालन करें। सुनामी की स्थिति में सबसे ज्यादा खतरा बिल्डिंग को होता है इसके लिए बिल्डिंग निर्माण को लेकर नियम जान लेना चाहिए।
5-सबका सहयोग जरूरी
सुनामी की स्थिति में तबाही से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है इसके लिए देश पर आई आपदा के लिए अन्य देशों का सहयोग जरूरी होता है। प्रभावित देश को क्षेत्रीय सहयोग मिलने से सैकड़ों-हजारों जिदंगियां बचाई जा सकती हैं।