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-सीमा कुमारी
पंचांग के अनुसार, वर्ष में चार नवरात्रि पड़ती है, जो पौष, चैत्र, आषाढ और अश्विन महीने में पड़ती है, जिसमें से दो ‘गुप्त नवरात्रि’ होती है और दो सार्वजनिक होती है। आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि को भी ‘गुप्त नवरात्रि’ कहा जाता है। इस दौरान प्रतिपदा से लेकर नवमी तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। आइए जानिए गुप्त नवरात्रि की तिथियां, घटस्थापना का शुभ मुहूर्त।
30 जून को आषाढ़ मास की प्रतिपदा के साथ गुप्त नवरात्रि के शुरुआत हो रही है जो 9 जुलाई को दशमी के साथ समाप्त होगी।
घटस्थापना के दिन स्नान-ध्यान से निवृत होकर पवित्र धारण कर व्रत संकल्प लें। इसके लिए सबसे पहले आमचन करें। इसके पश्चात मां शैलपुत्री की पूजा फल, फूल, धूप-दीप, कुमकुम, अक्षत आदि से करें। मां को लाल पुष्प अति प्रिय है। अत: मां को लाल पुष्प जरूर भेंट करें। इससे व्रती सभी रोगों से मुक्त रहता है। ऐसा कहा जाता है कि मां शैलपुत्री को गाय का घी अर्पित करने से घर में सुख-शांति और मंगल का आगमन होता है। माता शैलपुत्री का आह्वान निम्न मंत्र से करें-
‘गुप्त नवरात्रि’ में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों के साथ दस महाविद्या की भी पूजा की जाती है। जानिए कौन-कौन सी है ये महाविद्या –