कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन- नवभारत)
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड दिल्ली के जंतर-मंतर पर वक्फ कानून में संशोधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है। इसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद और जमात-ए-इस्लामी जैसे मुस्लिम संगठन भी शामिल हुए। इस विरोध प्रदर्शन में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद भी पहुंचे। जहां ओवैसी ने नया पासा फेंका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश कर सकती है। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि इस विधेयक के पारित होने के बाद वक्फ संपत्तियों पर सरकार का नियंत्रण बढ़ जाएगा। मुस्लिम संगठन इसे धार्मिक हस्तक्षेप बता रहे हैं। वहीं ओवैसी ने इसे लेकर नई चाल चल दी है।
एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने एनडीए के बड़े घटक दलों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और लोकदल चाहेंगे तो वक्फ संशोधन विधेयक पास नहीं होगा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बिल पर इन सभी का रुख क्या कुछ होता है?
राजनीतिक चर्चाओं में कुछ लोगों का यह कहना है कि असदुदीन ओवैसी ने सही जगह निशाना लगाया है। नायडू, नीतीश और जयंत हो सकता है इस बिल की खिलाफत कर दें! क्योंकि इससे पहले जब यूपी में नेम प्लेट विवाद हुआ था तो लोकदल और नीतीश की पार्टी ने विरोध दर्ज कराया था।
इस विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “1995 का कानून अपने आप में संपूर्ण था। अगर इसमें कोई खामियां थीं तो (केंद्र) सरकार को इसे बदलना चाहिए था, लेकिन उन्होंने इसे पूरी तरह से बदल दिया। वे इसे पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे।”
विरोध प्रदर्शन में शामिल होने आए सलमान खुर्शीद ने कहा कि हमारे समुदाय ने देश के लिए कुर्बानी दी है। उन्होंने कहा कि हमारा देश एकता का प्रतीक है लेकिन अब हमारी सांस्कृतिक पहचान पर सवाल उठ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में यूसीसी लागू किया जा रहा है, जो इसी सोच का हिस्सा है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि सरकार को हमारी भावनाओं को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे लोग अपने मुद्दे खुद सुलझा लेंगे, किसी को दखल देने की जरूरत नहीं है।
वहीं जंतर-मंतर पर चल रहे प्रदर्शन पर भाजपा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि इस प्रदर्शन से साफ हो गया है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड कांग्रेस की बी टीम है। प्रदीप भंडारी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस की बी टीम है और यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।
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उन्होंने कहा कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम किसानों, गरीब मुसलमानों और दलितों के अधिकारों और बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को लागू करने के बारे में है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि सड़क पर विरोध प्रदर्शन असंवैधानिक है और कानून किसी भी असंवैधानिक कृत्य से कानूनी रूप से निपटेगा।