बेटी का हाल जानने पिता पहुंचा हाई कोर्ट, तो पता चला पिछले महीने ही शहजादी को दी जा चुकी है फांसी
Shahzadi Khan Case: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली शहजादी खान के पिता ने शनिवार यानी 1 मार्च को दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने विदेश मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की थी ताकि उनकी बेटी शहजादी खान के बारे में वह मौजूदा कानूनी स्थिति और कुशलता के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकें। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी बेटी को पिछले महीने ही फांसी दी जा चुकी है। इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हाईकोर्ट को दी। उन्होंने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में मौत की सजा पाने वाली भारतीय महिला शहजादी खान को फांसी दे दी गई है। बता दें कि शहजादी खान को एक बच्चे की हत्या का दोषी ठहराया गया था।
विदेश मंत्री ने अदालत को बताया कि शहजादी खान को संयुक्त अरब अमीरात के कानूनों और नियमों के अनुसार 15 फरवरी, 2025 को फांसी दे दी गई। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) चेतन शर्मा ने कहा कि यूएई में भारतीय दूतावास को 28 फरवरी को सरकार से शहजादी खान की फांसी के बारे में आधिकारिक सूचना मिली थी। आगे उन्होंने कहा कि अधिकारी हर संभव सहायता दे रहे हैं और उनका अंतिम संस्कार 5 मार्च 2025 को होना है।
बता दें कि इस बात की जानकारी तब मिली जब शहजादी खान के पिता शब्बीर खान ने अपनी बेटी की वर्तमान कानूनी स्थिति और भलाई के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। मंत्रालय की दलीलों के बाद अदालत ने इसे “दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण” घटना बताते हुए याचिका का निपटारा कर दिया।
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शहजादी खान को अबू धाबी की अल वाथबा जेल में कैद किया गया था और उसकी देखरेख में रहे एक बच्चे की मौत के लिए उसे मौत की सजा सुनाई गई थी। शब्बीर खान की याचिका के अनुसार, उनकी बेटी ने कानूनी वीजा प्राप्त करने के बाद दिसंबर 2021 में अबू धाबी की यात्रा की। अगस्त 2022 को वह एक परिवार के यहां बच्चे की देखभाल के लिए नियुक्त हुई थीं। जिसके बाद 7 दिसंबर 2022 को बच्चे को टीका लगाया गया। लेकिन उसी दिन बच्चे की मृत्यु हो गई। जिसके बाद फरवरी 2023 को शहजादी खान का एक वीडियो रिकॉर्डिंग सामने आई। इसमें उन्होंने बच्चे की हत्या स्वीकार की। हालांकि उनके माता पिता का कहना है कि उन्होंने यह कबूलनामा यातना और दवाब के कारण लिया था।