भूपेन कुमार बोरा (सोर्स: सोशल मीडिया)
गुवाहाटी: असम में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है। इसके पहले ही कांग्रेस तैयारी में जुट गई है। हरियाणा और महाराष्ट्र में हार के बाद कांग्रेस असम में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इसके लिए पार्टी ने संगठात्मक बदलाव की तैयारी कर ली है।
कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने रविवार को कहा कि वह अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए फरवरी में पूरे राज्य में पार्टी पदाधिकारियों की फेरबदल किया जाएगा। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में पार्टी पदाधिकारियों की क्षमता, प्रतिबद्धता और प्रदर्शन का आकलन करने के बाद लगभग 90 प्रतिशत पदाधिकारियों को बदल दिया जाएगा।
भूपेन कुमार बोरा ने कहा कि “मैं अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी को मजबूत करने के लिए फरवरी में राज्यव्यापी फेरबदल करूंगा।” उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल बूथ से लेकर राज्य स्तर तक होगा और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने भी प्रस्तावित फेरबदल पर अपनी सहमति दे दी है।
बोरा ने कहा कि “जब मैंने 2021 में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला, तो पार्टी लगातार दूसरी बार राज्य चुनाव हारने के बाद हतोत्साहित थी। उस समय, कई विधायक और पार्टी नेता हमें छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।”
कांग्रेस नेता बोरा ने कहा कि लेकिन अब स्थिति बदल गई है और आम लोग राज्य में सत्ता परिवर्तन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब लोग वापस आ रहे हैं और कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। इसलिए, हमारे पास पार्टी में अधिक योग्य और पात्र लोग हैं। जिनमें जो क्षमता है, उन्हें उसी के अनुसार मौका मिलेगा।
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असम के पीसीसी चीफ बोरा ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को हराने के लिए कांग्रेस राज्य में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए निश्चित रूप से हमें कुछ सीट का त्याग करना होगा और हम ऐसा करने के लिए तैयार हैं। 2021 में भी हमने 126 में से 97 सीट पर चुनाव लड़ा था। इस बार भी हम स्थिति के अनुसार निश्चित रूप से त्याग करेंगे।
(एजेसी इनपुट के साथ)