सत्यपाल मलिक व पीएम मोदी (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के करू स्थिति हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार केस में सीबीआई की चार्जशीट दाखिल होने के 15 दिन बाद राज्य के पूर्व उपराज्यपाल सत्यपाल मलिक का बयान सामने आया है। उन्हों एक्स पोस्ट के जरिए खुद पर लगे सभी आरोपों का न केवल खंडन किया है बल्कि उल्टा केन्द्र सरकार पर आरोप भी लगाए हैं।
मलिक ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मैं पिछले लगभग एक महीने के करीब से अस्पताल में भर्ती हूं, और किड़नी की समस्या से जूझ रहा हूं। परसों सुबह से मेरी तबीयत ठीक थी, लेकिन आज फिर से मुझे ICU में शिफ्ट करना पड़ा। मेरी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। होती जा रही है। उन्होंने लिखा कि मैं रहूं, या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं…
सत्यपाल मलिक ने एक्स पोस्ट में आगे लिखा कि मैं जब लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद पर था तो उस समय मुझे 150-150 करोड़ रूपए की रिश्वत की ऑफर हुई थी। परंतु मैं मेरे राजनीतिक गुरु किसानों के मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की तरह ईमानदारी से काम करता रहा ओर मेरा ईमान वे कभी डिगा नहीं सके।
जब मैं राज्यपाल था, तब किसानों का आंदोलन भी चल रहा था। मैंने बिना किसी राजनीतिक लालच के पद पर रहते हुए किसानों की मांगों को उठाया। फिर महिला पहलवानों के आंदोलन में जंतर-मंतर से लेकर इंडिया गेट तक हर लड़ाई में उनके साथ खड़ा रहा। मैंने पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर जवानों का मामला उठाया, जिसकी जांच आज तक इस सरकार ने नहीं की।
नमस्कार साथियों।
मैं पिछले लगभग एक महीने के करीब से हस्पताल में भर्ती हूं और किड़नी की समस्या से जूझ रहा हूं।
परसों सुबह से मैं ठीक था लेकिन आज फिर से मुझे ICU में शिफ्ट करना पड़ा। मेरी हालत बहुत गंभीर होती जा रही है।
मैं रहूं या ना रहूं इसलिए अपने देशवासियों को सच्चाई बताना…— Satyapal Malik (@SatyapalMalik6) June 7, 2025
सरकार मुझे सीबीआई का डर दिखाकर झूठे आरोपपत्र में फंसाने के बहाने ढूंढ रही है। जिस टेंडर में मुझे फंसाना चाहते हैं, उसे मैंने खुद रद्द किया था। मैंने खुद प्रधानमंत्री को बताया था कि इस मामले में भ्रष्टाचार है और उन्हें बताने के बाद मैंने खुद उस टेंडर को रद्द किया। मेरे तबादले के बाद यह टेंडर किसी और के हस्ताक्षर से किया गया।
उन्होंने कहा कि मैं सरकार और सरकारी एजेंसियों से कहना चाहता हूं कि मैं किसान समुदाय से हूं, मैं न डरने वाला हूं और न झुकने वाला हूं। सरकार ने मुझे बदनाम करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है।
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अंत में मैं सरकार और सरकारी एजेंसियों से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे प्यारे देश के लोगों को सच बताएं कि उन्होंने मेरी जांच में क्या पाया। लेकिन सच्चाई यह है कि 50 साल से भी ज्यादा के राजनीतिक करियर में बहुत ऊंचे पदों पर रहकर देश की सेवा करने का मौका मिलने के बाद भी मैं एक कमरे के मकान में रह रहा हूं, और कर्ज में भी डूबा हुआ हूं। अगर आज मेरे पास पैसे होते तो मैं किसी प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज कराता।