रवनीत बिट्टू (सौजन्यः फाइल फोटो)
चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अमित शाह ने पिछले महीने एक चुनावी रैली में लुधियाना के लोगों से रवनीत सिंह बिट्टू को संसद भेजने का आग्रह किया था और वादा किया था कि वह उन्हें एक ‘बड़ा आदमी’ बनाएंगे। हालांकि वह लुधियाना संसदीय सीट से हार गए, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी सरकार में बिट्टू राज्य मंत्री बन गए हैं।
बिट्टू (48) लुधियाना लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार एवं प्रदेश इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग से 20,942 मतों के अंतर से हार गए। इस साल मार्च में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था, जिससे कांग्रेस के कई नेता हैरान रह गए थे। पार्टी में शामिल होने के समय बिट्टू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें पंजाब से बहुत लगाव है और वे राज्य के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं।
भाजपा ने उन्हें लुधियाना लोकसभा सीट से मैदान में उतारा। चुनाव प्रचार के दौरान बिट्टू ने शाह को अपना दोस्त बताया था, जिसके जवाब में शाह ने बिट्टू को ‘बड़ा आदमी’ बनाने का वादा किया था। शाह ने लुधियाना रैली में कहा था, “इसे (बिट्टू को) लुधियाना से दिल्ली की संसद में भेजिए, इसको बड़ा आदमी बनाने का काम मैं करूंगा।”
बिट्टू को मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाने का भाजपा का कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पार्टी पंजाब में अपनी पैठ बढ़ाना चाहती है। बिट्टू दिवंगत स्वर्णजीत सिंह के बेटे हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पांच बच्चों में से एक थे। बिट्टू के चचेरे भाई गुरकीरत सिंह कोटली अब भी कांग्रेस में हैं। खालिस्तान समर्थक नेताओं के खिलाफ अपने कड़े विचारों के लिए जाने जाने वाले बिट्टू ने अपने दादा की हत्या के मामले में दोषी बलवंत सिंह राजोआना की रिहाई की मांग का भी विरोध किया था।