(फोटो सोर्स सोशल मीडिया)
बेंगलुरु : कर्नाटक में भगवान गणेश की शोभायात्रा पर हुए हमले और हिंसा की घटना को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है। इस मुद्दे पर गुरूवार को कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली सरकार को राज्य में कानून-व्यवस्था चरमराने के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
विपक्षी नेता आर. अशोक ने आरोप लगाया कि मांड्या जिले में भगवान गणेश की शोभायात्रा पर हमला ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ का प्रत्यक्ष परिणाम है। गौरतलब है कि मांड्या जिले के नागमंगला शहर में बीते रोज भगवान गणेश की शोभायात्रा के दौरान दो समूहों के बीच हिंसक झड़प की घटना सामने आई थी।
इस घटना के एक दिन बाद आज विपक्षी नेता आर. अशोक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर आरोप लगाते हुए कहा कि भगवान गणेश की शोभायात्रा पर पत्थर फेंके गए, तलवारें लहराई गईं और देसी बम भी फेंके गए। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हम कर्नाटक में रह रहे हैं या तालिबान में?” उन्होंने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए आगे कहा, ”कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति से उत्साहित होकर, मुसलमानों की हिंसक भीड़ ने कल रात नागमंगला में भगवान गणेश की शोभायात्रा पर बर्बरतापूर्वक हमला किया।”
उन्होंने कहा, “विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने और रामेश्वरम कैफे में बम विस्फोट के बाद, यह एक और ज्वलंत उदाहरण है कि किस तरह कांग्रेस सरकार ने राष्ट्र विरोधी तत्वों को राज्य पर कब्जा करने दिया है, जिससे कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।” विपक्षी नेता आर. अशोक के अनुसार शोभायात्रा पर और हिंदुओं पर हमला मुख्यमंत्री सिद्धरमैया तथा उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार की “तुष्टिकरण की राजनीति के खतरनाक खेल का सीधा नतीजा है, जिसने राष्ट्रविरोधी तत्वों और टुकड़े-टुकड़े गैंग को बढ़ावा दिया है।” उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “कांग्रेस सरकार को हिंदुओं पर इस हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” विपक्षी नेता ने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी टैग किया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते बुधवार को जब बदरीकोप्पलु गांव से श्रद्धालु भगवान गणेश की शोभायात्रा निकाल रहे थे तब यहां दो समूहों के बीच बहस हो गई और कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया जिससे स्थिति बिगड़ गई। पुलिस के मुताबिर दोनों समूहों के बीच झड़प के बाद कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की गई और वाहनों में आग भी लगा दी गई। पुलिस ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और हिंसा प्रभावित कस्बे में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस के मुताबिक ऐहतियात के तौर पर 14 सितंबर तक इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। घटना के सिलसिले में 46 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)