नितिन गडकरी के साथ अन्य भाजपा नेता (सोर्स: सोशल मीडिया)
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज यानी 27 मई 2025 को अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। छात्र जीवन से उठकर देश की राजनीति में ऊंचे मुकाम तक पहुंचने वाले दिग्गजों में नितिन जयराम गडकरी का नाम प्रमुखता से आता है। उनके राजनीतिक सफर पर नजर डालें तो यह भी उनकी उपलब्धियों में से एक है कि विपक्षी नेता भी अक्सर उनकी तारीफ में काफी कुछ कहते नजर आते हैं।
केंद्र की मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल में नितिन गडकरी के मंत्रालय के कार्यों को सबसे आगे रखा जाता है। गडकरी को मोदी सरकार का विकास पुरुष भी कहा जाता है क्योंकि उनके कार्यकाल में शानदार सड़कों, एक्सप्रेसवे और फ्लाईओवर के तेजी से निर्माण हुआ। गडकरी भारतीय राजनीति के वो नेता है जिनकी विपक्षी भी जमकर तारीफ करते हैं।
नितिन गडकरी का जन्म महाराष्ट्र के नागपुर शहर में 27 मई 1957 को एक मध्यम वर्गीय कृषक परिवार में हुआ था। गडकरी बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में छात्र नेता के तौर पर काम करते हुए वे भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े।
कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की और बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा हासिल किया। गडकरी 1989 में महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य बने और 1999-2005 तक वे इस सदन में विपक्ष के नेता भी रहे। 2009 में उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। गडकरी इस पद पर रहने वाले पार्टी के सबसे युवा अध्यक्ष थे। वे 2013 तक इस पद पर रहे।
वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी को आरएसएस का करीबी माना जाता है। सड़क विकास के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के कारण दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने एक बार गडकरी को नितिन ‘रोडकरी’ कहा था।
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मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में जब गडकरी लोकसभा में सदस्यों के बंदरगाह संबंधी सवालों का जवाब दे रहे थे, तब तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उनके जवाबों पर संतोष जताते हुए कहा था कि गडकरी को पहले ‘रोडकरी’ कहा जाता था और अब उन्हें ‘पोर्टकरी’ कहा जाना चाहिए।
एक बार एक टीवी चैनल से बातचीत में गडकरी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे पूछा था कि मुझे कौन सा मंत्रालय चाहिए? मैंने उनसे कहा था कि मैं सड़क एवं परिवहन मंत्रालय का कार्यभार संभालना चाहता हूं, क्योंकि मैंने पहले भी यह जिम्मेदारी संभाली है और मुझे यह काम अच्छा लगता है। इस पर मोदी ने कहा था कि यह मंत्रालय शीर्ष 4-5 मंत्रालयों में नहीं आता, लेकिन इसके बावजूद मैंने कहा था कि मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है।