परमाणु विस्फोट (फोटो-AI)
रूस-युक्रेन युद्ध, कोरोना महामारी जैसी भविष्यवाणियां करने वाले जीवित नस्त्रेदमस ने एक और भयावह दावा किया है। 2024 में होने वाली दर्जनों वैश्विक घटनाओं की भविष्यवाणी कर चुके एथोस सलोमी ने अब साइलेंट परमाणु विस्फोट की आशंका जताई है। दुनिया परमाणु संकट से कुछ ही समय की दूरी पर है। उनकी इस आशंका ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है।
गौरतलब है हम फ्रांसीसी मिशेल द नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी की बात नहीं कर रहे हैं। उनका निधन 16वीं सदी में हो चुका है, बल्कि हम ब्राजील के 38 वर्षीय एथोस सलोमी की बात कर रहे हैं। इन्हें आधुनिक नास्त्रेदमस कहा जाता है। इनकी भी कई भविष्यवाणियां सच हुईं हैं।
अदृश्य युद्ध में उड़ जाएगा परमाणु रिएक्टर
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार सलोमी ने वर्तमान जियो-पॉलिटिकल परिदृश्य और दुनिया भर में बढ़ते संघर्षों को देखते हुए कई भयावह चेतावनी जारी की है। उसने कहा है कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त हो जाएगा, लेकिन कोई भी जीत की घोषणा नहीं कर पाएगा। इसके साथ ही उसने एक ‘अदृश्य युद्ध’ के बारे में चेतावनी दी जो एक परमाणु रिएक्टर को उड़ा सकता है, जिससे भारी तबाही मचेगी।
‘डूब जाएगें मुंबई और न्यूयॉर्क’
इसके अलावा उन्होंने अटलांटिक मेरिडियनल ओवरटर्निंग सर्कुलेशन (एएमओसी), जिसे गल्फ स्ट्रीम के नाम से भी जाना जाता है, इसके ‘आंशिक रूप से खत्म’ होने के बारे में भी चेतावनी दी। इससे यूरोप के तापमान पर भयानक असर पड़ेगा. उसने पश्चिमी यूरोप में भयानक सूखा पड़ने और न्यूयॉर्क, मुंबई और लागोस जैसे शहरों में अचानक बाढ़ आने की आशंका भी जताई है।
यूक्रेन-रूस युद्ध में किसी की नहीं होगी जीत
सलोमी रूस और यूक्रेन युद्ध की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था कि 2025 में युद्ध रुक जाएगा। दोनों देशों की सीमाएं स्थिर और यूक्रेन बफर राज्य बन जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि इस युद्ध में किसी की भी जीत नहीं होगी। यह युद्ध आर्थिक वजहों से रुकेगा। उनकी भविष्यवाणी काफी हद तक सच होती दिख रही है। दोनों देश बातचीत के टेबल आ गए हैं। रूस जैसा शक्तिशाली देश अपनी जीत की घोषणा नहीं कर पाया है। हालांकि यूक्रेन लगभग बर्बाद हो गया है।
छिड़ेगा एक अदृश्य युद्ध
इसके अलावा सलोमी ने कहा कि एक ऐसा युद्ध छिड़ेगा, जिसका टीवी पर कवरेज नहीं हो पाएगा। लेकिन युद्ध हर दिन होगा। इसमें ईरान और इजरायल का भूमिगत संघर्ष भी शामिल है। उन्होंने कहा कि ड्रोन और साबइबर हमले से पहले ही दुनिया युद्ध की रंगमंच बन गई है। उन्होंने सबसे बड़ा खतरा ईरान के परमाणु रिएक्टर को बताया है, जिसका वैश्विक पर्यावरणीय और राजनीतिक प्रभाव पड़ेगा। इससे भारी तबाही होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि विश्व एक साइलेंट परमाणु विस्फोट से बस कुछ ही सेकंड की दूरी पर है। इस खतरे को सिर्फ तीन देशों के राष्ट्राध्यक्ष ही समझ रहे हैं।