विदेश मंत्री एस जयशंकर (सोर्स- सोशल मीडिया)
नवभारत ब्यूरो, दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा है कि पाकिस्तान को इसकी शुरुआत में ही चेतावनी दी गई थी। यह ऑपरेशन का शुरुआती चरण ही था। उस समय ही ऑपरेशन की शुरुआत की गई थी। जयशंकर ने कहा कि हालांकि उनके इस कथन को एक भ्रामक रूप देने का प्रयास किया गया। यह कहा गया कि यह चेतावनी ऑपरेशन से पहले ही दी गई थी। जबकि यह सही नहीं है।
एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के काफी शुरुआत में ही चेतावनी दी थी। यह ऑपरेशन का शुरुआती चरण था। जिसमें उसे बताया गया था कि भारत अपनी जवाबी कार्रवाई बहुत ही आक्रामक तरीके से करेगा, लेकिन उसके निशाने पर केवल आतंकवादी कैंप होंगे।
असल में विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस बयान को लेकर काफी विवाद उत्पन्न हो गया है। यह कहा जा रहा है कि ऑपरेशन की शुरुआत में ही पाकिस्तान को किसी भी तरह की सूचना कैसे दी जा सकती है। वह भी उस समय जब उसके यहां मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमले किए जाने हो।
इसके बाद विदेश मंत्रालय ने अपनी ओर से स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया है। उसने कहा है कि यह जानकारी पहले नहीं बल्कि शुरुआती चरण के हमलों के बाद दी गई थी। जिसमें पाकिस्तान को यह बताया गया था कि इस बार उसके यहां चल रहे आतंकी ठिकानों और संगठनों के लिए भारत का हमला काफी घातक सिद्ध होगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर के इसी बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया एक्स पर राहुल गांधी ने लिखा कि ” हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया। इसे किसने अधिकृत किया? इसके परिणामस्वरूप हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए?”
राहुल गांधी के इस बयान के बाद ही हंगामा शुरू हो गया। यही वजह है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है। अब देखना अहम होगा कि कांग्रेस या राहुल गांधी का इस पर क्या कुछ रिएक्शन होगा!