वकील एपी सिंह व सीमा हैदर (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: भारत में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश वापस भेजने की समय सीमा समाप्त हो गई है। लेकिन पबजी पर हुए प्यार के लिए तीन देशों की ‘सीमा’ लांघकर भारत आई सीमा हैदर पाकिस्तान नहीं लौटी हैं। जिसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थीं, जिस पर सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है।
सीमा हैदर का केस लड़ रहे वकील एपी सिंह का दावा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 18 मार्च को नोएडा में जन्मी सीमा हैदर की बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बना दिया है। ऐसे में अब वह भारत की नागरिक कहलाएगी। अब वह एक भारतीय नागरिक की पत्नी होने के साथ ही एक भारतीय बेटी की मां भी है।
एपी सिंह का कहना है कि सीमा ने पाकिस्तान में ही हिंदू धर्म अपना लिया था। बाद में उसने भारतीय नागरिक सचिन मीणा से नेपाल और भारत दोनों जगह हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। सीमा 18 मार्च को सचिन के बच्चे की मां भी बन गई है। जिसका नाम ‘भारती’ रखा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बेटी का जन्म प्रमाण-पत्र भी जारी कर दिया है।
उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल को सीमा ने सरकार से अपील की थी कि उसे भारत में रहने दिया जाए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पहलगाम आतंकी हमले से सीमा हैदर का नाम जोड़कर निशाना बना रहे हैं जो कि दुःखद और पूरी तरह से गलत है। इस मामले को मानवीय आधार पर देखा जाना चाहिए।
एपी सिंह ने कहा कि पाकिस्तान में रहते हुए सीमा ने अपने पहले पति को तलाक दे दिया था और अपने पिता के घर चली गई थी। पिता की मौत के बाद उसकी बात भारत के सचिन मीना से हुई। बाद में दोनों में दोस्ती हो गई और सीमा ने पाकिस्तान में ही हिंदू धर्म अपना लिया।
देश और दुनिया की सभी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
वकील एपी सिंह ने कहा कि यह सब होने के बाद सीमा नेपाल आ गई, जहां उसने सचिन से शादी कर ली। फिर वह कानूनी तौर पर भारत आ गई। उन्होंने कहा कि वैसे भी सीमा हैदर के नागरिकता के कागजात भारत सरकार और राष्ट्रपति के पास विचाराधीन हैं। जिसके बाद ही इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।