बीजापुर के जंगलों में चार इनामी नक्सली ढेर (फोटो- सोशल मीडिया)
Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलवाद के खिलाफ एक बार फिर बड़ी कामयाबी दर्ज की है। बासागुड़ा-गंगलूर थाना क्षेत्र के घने जंगलों में माओवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में चार इनामी नक्सली मारे गए हैं, जिनमें दो महिला नक्सली भी शामिल हैं। मारे गए सभी माओवादी दक्षिण सब जोनल ब्यूरो से जुड़े एसीएम स्तर के कमांडर थे। इस कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और नक्सली सामग्री भी बरामद की है।
मुठभेड़ के बाद जब सुरक्षाबलों ने इलाके की तलाशी ली, तो घटनास्थल से एसएलआर, इंसास, .303 राइफल, बीजीएल लांचर, 315 बोर और 12 बोर बंदूकें समेत 100 से अधिक जिंदा कारतूस और नक्सली प्रचार सामग्री मिली। मारे गए माओवादियों पर कुल 17 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इनमें हुंगा, लक्खे, भीमे और निहाल उर्फ राहुल के नाम शामिल हैं। सुरक्षा बलों का यह अभियान डीआरजी बीजापुर की विशेष टीम ने 26 जुलाई की शाम से शुरू किया था।
छत्तीसगढ़ बीजापुर के एसपी जितेन्द्र यादव ने बताया कि नक्सलियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना पर डीआरजी और अन्य सुरक्षा बलों ने बासागुड़ा व गंगलूर क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। जंगल में हुई यह मुठभेड़ रुक-रुक कर चली, जिसमें चार हार्डकोर माओवादी मारे गए। मारे गए माओवादियों में दो महिलाएं भी थीं, जो लंबे समय से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय थीं। यह मुठभेड़ बीजापुर की सुरक्षा स्थिति में बड़ा बदलाव लाने वाली मानी जा रही है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने बताया कि जनवरी 2024 से जुलाई 2025 के बीच अब तक कुल 425 हार्डकोर माओवादी मारे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने वर्ष 2025 में भी ऑपरेशन तेज कर रखा है। मानसून की चुनौतियों, दुर्गम इलाके और भारी वर्षा के बावजूद सुरक्षा बल पूरे समर्पण और साहस से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। उन्होंने इसे जनसमर्थन और संयुक्त रणनीति का परिणाम बताया।
यह भी पढ़ें: ‘बिना धर्म बदले दूसरे धर्म में की गई शादी अवैध करार’, इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला
इससे पहले शनिवार को झारखंड के गुमला में भी सुरक्षाबलों ने तीन नक्सलियों को ढेर किया था। झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) के इन नक्सलियों के पास से एक एके-47 और दो इंसास राइफलें बरामद हुई थीं। यह घटनाएं दर्शाती हैं कि सुरक्षा बल पूरे देश में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए निर्णायक कदम उठा रहे हैं।