अमित शाह, फोटो - मीडिया गैलरी
नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। शीतकालीन सत्र का अधिकांश समय हंगामे की भेंट चढ़ गया है। हालांकि इस बीच संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा का आयोजन किया गया। जिसको लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जवाब दिया है।
अमित शाह ने कहा कि संविधान पर यह चर्चा हमें एहसास कराएगी कि हमारे संविधान की वजह से देश ने कितनी तरक्की की है। इससे यह भी पता चलेगा कि जब कोई संविधान की भावना को नजरअंदाज कर संविधान को तोड़-मरोड़ कर अपने लिए आगे बढ़ने की कोशिश करता है तो किस तरह की दुर्घटनाएं होती हैं। शाह ने कहा कि इससे पता चलेगा कि सत्ता में आने के बाद किस पार्टी ने संविधान का सम्मान किया है।
अमित शाह ने कहा कि जब भारत आजाद हुआ तो पूरी दुनिया में लोगों को लगता था कि यह देश बिखर जाएगा, आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा। आज अगर हम 75 साल बाद के भारत को देखें तो मैं सरदार पटेल को धन्यवाद देता हूं कि उनके अथक परिश्रम की वजह से देश दुनिया के सामने मजबूती से खड़ा है।
गृह मंत्री ने कहा कि भारत के साथ ही कई देशों को आजादी मिली लेकिन कई बार वहां लोकतंत्र सफल नहीं हुआ बल्कि हमारा लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। देश की जनता और संविधान की खूबसूरती ने उन लोगों को जवाब दे दिया है जो कहते थे कि भारत आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा। आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और हम ब्रिटेन से भी आगे हैं।
इस दौरान शाह ने कहा कि हमारा संविधान दुनिया की नकल नहीं है। हमारे संविधान में अच्छे विचार निहित हैं। वहीं, इस बीच उन्होंने इशारों इशारों में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को पढ़ने का चश्मा विदेशी है तो भारतीयता कहां दिखाई देगी। इस दौरान उन्होंने सवालिया लहजे में यह भी कहा कि संविधान में बदलाव क्यों किए गए? शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान कुल 77 बार संविधान में संशोधन किया गया है।
इस मौके पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होने कहा कि कुछ लोग 54 साल की उम्र में भी खुद को युवा कहते हैं। इतना ही नहीं शाह ने ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों पर भी जवाब दिया। उन्होने कहा कि कांग्रेस हारती है तो ईवीएम को दोष देती है। लेकिन जीत पर कुछ नहीं बोलती। शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में ईवीएम ख़राब होती है लेकिन झारखंड में सही हो जाती है।
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