कांच की गिलास में पानी के फायदे (सौ.सोशल मीडिया)
अच्छी सेहत के लिए जितना जरुरी पौष्टिक आहार होता है उतना ही जरुरी पानी की मात्रा का होना होता है। शरीर को फिट रखने के लिए पानी भरपूर मात्रा में पीना जरूरी होता है क्योकि यह शरीर को हाईड्रेट रखने में मदद करता है। साथ ही धातु का इस्तेमाल पानी के लिए कैसे होता है औऱ किन केमिकल पदार्थ के साथ बर्तन बनाए जाते है इसका फर्क पानी पर पड़ता है। आजकल पानी पीने के लिए हर कोई ध्यान नहीं दे पाते कि, किस पात्र में पानी पीएं और कौन सा पात्र नुकसान पहुंचा सकता है।
इसे लेकर प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज नाम की संस्थान ने एक स्टडी में डराने वाला खुलासा किया है जिसके अनुसार पानी पीने के लिए बोतल का इस्तेमाल करने वाले लोग सावधान हो जाए। एक लीटर बोतलबंद पानी में करीब 2.40 लाख प्लास्टिक के महीन टुकड़े मौजूद होते हैं.जिसकी वजह से सेहत को गंभीर और जानलेवा खतरे होते है। इसके लिए बोतल के पानी में 100,000 से ज्यादा नैनोप्लास्टिक मिले होते है ये छोटे कण शरीर में पहुंचकर नुकसान पहुंचाने का काम करते है।
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प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिसर्च के अनुसार, पॉली कार्बोनेट की बोतलों के पानी में बिस्फेनॉल ए केमिकल होता है, जो जब शरीर में जाता है तो दिल की बीमारियों और डायबिटीज का खतरा कई गुना तक बढ़ा सकता है। इसके अलावा प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। ब्रेस्ट और ब्रेन कैंसर का जोखिम बढ़ता है. प्लास्टिक बर्तन में रखी गर्म चीजों को खाने से बचना चाहिए।
मिट्टी या फिर कांच की गिलास में पानी पीने से सेहत को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इसके लिए भारत में पुराने समय से ही खानपान और पानी पीने के लिए कई तरह के बर्तन का इस्तेमाल किया जाता है।एक्सपर्ट के मुताबिक प्लास्टिक और दूसके बर्तनों की तुलना में कांच और गिलास के बोतल में पानी पीना काफी ज्यादा फायदेमंद होता है.
आपको प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से बचना चाहिए यह नुकसानदायक होती है इसकी जगह आप कांच या फिर स्टील की गिलास में पानी पिएं तो अच्छा होगा। तांबे के पात्र में पानी पीने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते है तो वहीं इससे आपको कई सारी हेल्थ समस्याएं भी नहीं होती है। इसके कारण आपको पानी पीने के दौरान कई चीजों का ध्यान रखना चाहिए।