पहलगाम हमले पर एमएस बिट्टा ने कहा पीओके पर कब्जा कर पहलगाम पीड़ितों को श्रद्धांजलि दे भारत सरकार
अहमदाबाद: पहलगाम हमले को लेकर देश भर में आक्रोश है। सभी भारत की तरफ से आतंकवाद और पाक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने का इंतजार कर रहे हैं। पहलगाम हमले को लेकर राजनेताओं के साथ ही तमाम संगठनों की ओर से भी बयान दिए जा रहे हैं। इसी संदर्भ में अखिल भारतीय आतंकवाद निरोधक मोर्चा (AIATF) के अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत बार-बार पीठ में छुरा घोंपने वाले पाकिस्तान को करारा जवाब दे और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) पर कब्जा करे।
बिट्टा गुजरात के भावनगर शहर में यतीश परमार और उनके बेटे स्मित परमार के परिवार के सदस्यों से मिलने गए थे। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों के हमले में यतीश परमार और उनके बेटे की मौत हो गई थी।
शहर के कालियाबिड़ क्षेत्र में परमार के रिश्तेदारों से मिलने के बाद बिट्टा ने कहा कि पहलगाम हमले में अपनी जान गंवाने वालों को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यही होगी कि भारत सरकार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पर कब्जा कर ले। पाकिस्तान की इसी क्षेत्र से बार-बार आतंकी भारत आकर हमला करते हैं। बिट्टा ने कहा कि ‘‘चाहे वह मुंबई आतंकी हमला हो, संसद पर हमला हो या अतीत में हुए सिलसिलेवार बम धमाके हों। पाकिस्तान ने कई बार हमारी पीठ में छुरा घोंपा है। अब समय आ गया है कि इसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। पीओके पर कब्जा करना ही इन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को कैंसर बताया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से देश से इसे मिटाने का आग्रह किया। बिट्टा ने इस बात पर बल दिया कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और विपक्ष को प्रधानमंत्री के साथ एकजुटता से खड़ा होना चाहिए। उन्होंने देश को प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जैसे नेता देने के लिए गुजरात को धन्यवाद दिया। एआईएटीएफ के अध्यक्ष ने कहा, ‘मोदी और शाह दोनों ने अनुच्छेद-370 को हटाकर कश्मीर में शांति स्थापित की। कुछ जगहों पर गोलियां भी चलीं, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति सामान्य रही।’