स्वरा भास्कर (फोटो- सोशल मीडिया)
मुंबई: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा सीमा तनाव पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। एक तरफ जहां लोग भारतीय सेना के ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर गर्व कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ हस्तियां युद्ध के नैतिक पक्ष पर सवाल उठा रही हैं। इसी क्रम में अभिनेत्री स्वरा भास्कर की एक इंस्टाग्राम स्टोरी ने खासा विवाद खड़ा कर दिया है।
स्वरा भास्कर ने हाल ही में जियोर्ज ओरवेल का एक कोट साझा किया, जिसमें लिखा है कि हर युद्ध प्रचार है। सारी चीख-पुकार, झूठ और नफरत, हमेशा उन लोगों की ओर से आती है जो खुद युद्ध नहीं लड़ते। इस स्टोरी के माध्यम से उन्होंने यह जताने की कोशिश की कि युद्ध के पीछे का नैरेटिव कई बार प्रोपेगेंडा हो सकता है।
स्वरा की यह पोस्ट उन समय के दौरान आई है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय राष्ट्र का जनमानस बहुत ही संवेदनशील स्थिति में है। इस हृदय विनाशकारी हमले में आतंकियों ने किसी को धर्म पूछते ही 26 निर्दोष व्यक्तियों की हत्या कर दी थी। इस अत्याचारी हमले के बाद से ही सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के खिलाफ कठोर प्रतिक्रिया और सैन्य कार्रवाई की मांग तेज हो गई थी।
सरकार और भारतीय सेना ने 7 मई को इसका जवाब देते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और सीमा पार स्थित आतंकी अड्डों पर सटीक हमले किए, जिसे ऑपरेशन सिन्दूर नाम दिया गया। लेकिन इसी बीच स्वरा की पोस्ट ने एक नया विमर्श खड़ा कर दिया। स्वरा ने अपनी सेकेंड स्टोरी में एक यूजर की पोस्ट की पोस्ट की, जिसमें लिखा गया था कि जो लोग युद्ध चाहते हैं, उन्हें पहले अपने परिवार को देखना होगा और सोचें कि उनमें से किसे खोने की तैयारी होगी।” यह छोटा सा वाक्य युद्ध की मानवीय लागत को उजागर करता है, जो आम तौर पर राजनीतिक नारों के बीच दब जाती है।
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उन्होंने एक तीसरी पोस्ट में मशहूर कराची बेकरी पर हैदराबाद में तिरंगा लगाने की खबर पर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने लिखा कि हम हिंदू सिंधियों को उनकी रूट्स के लिए सजा दे रहे हैं। क्या यह संभव है कि कोई चीज एक साथ मूर्खतापूर्ण और नीच भी हो? सोशल मीडिया पर स्वरा को इस बार भी तेज़ प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा। कुछ ने उन्हें देशद्रोही तक कहा, तो कुछ ने ‘जिम्मेदारी से बोलने’ की सलाह दी। लेकिन वहीं कई यूजर्स ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि युद्ध के शोर में शांत आवाजें ज़रूरी हैं।