इस्लामिक स्कॉलर नूर अहमद अजहरी
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे मुस्लिम समुदाय से अपील करते दिख रहे हैं कि जो भी भाजपा का साथ दे, उनका हुक्का-पानी बंद होना चाहिए।
वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है और बीजेपी ने उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। इस बयान से ‘वोट जिहाद’ के आरोप भी लग रहे हैं, जिस पर सज्जाद नोमानी ने अब सफाई देते हुए कहा है कि उनके बारे में झूठी बातें फैलाई जा रही हैं।
वहीं, अब वोट जिहाद के मामले पर इस्लामिक स्कॉलर नूर अहमद अजहरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देखिए मुझे लगता है सज्जाद लोमानी साहब जो बोले हैं, दरअसल वो बोले नहीं है उनसे ऐसा बुलवाया गया है। किसने बुलवाया हालांकि उन्होंने ये बताने से साफ इंकार कर दिया है।
नूर अहमद अजहरी ने आगे कहा कि हमें बताने की जरूरत नहीं है के मुल्क भर में मजहब की राजनीति कौन कौन करता है और मजहब की मार्केटिंग कौन करता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में यह प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी लोगों ने देखा था। उन्होंने आगे कहा कि लोगों ने देखा है कि भाजपा का कुल मिला के घुमा फिरा के हिंदू मुसलमानों में नफरत पैदा करना चाहती है, यहां तक कि बीजेपी के कुछ नेता यहां तक आ गए हैं कि वो देश में गृहयुद्ध तक कराना चाहते हैं।
नूर अहमद अजहरी ने आगे कहा कि वो खुल कर के मुसलमानों को सदन से लेकर के सड़कों तक मुसलमानों के खिलाफ बोलते हैं। मुसलमानों को गालिया गालियां देती है तथा हिंदू समाज के जो जो हमारे नौजवान भाई हैं उनको हमारे खिलाफ रोज भड़काया जाता है।
उन्होंने कहा कि एक सज्जाद नुमानी ने कुछ कह दिया उसको ही मुद्दा बनाना ठीक नहीं है लेकिन जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी और उसकी जेली तंजीमें काम कर रही है उस पर ध्यान देने की जरूरत है।