जंगली हाथी के हमले से 4 लोगों की मौत (सौजन्य सोशल मीडिया)
जशपुर : छत्तीसगढ़ के चार जिलों में जंगली हाथियों का आतंक जारी है। यहां हाथी के हमले से लोगों की मौत के मामले थम नहीं रहे। कोरबा के बाद अब जशपुर जिले में जंगली हाथी के हमले में एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत चार लोगों की मौत हो गई। कोरबा में गुरूवार को जंगली हाथी के हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
इस तरह एक माह में यहां हाथियों के हमले से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं, जंगली हाथियों ने हमला कर कई मवेशियों को भी मार डाला। लगातार जंगली हाथियों के हमलों के कारण यहां लोगों में दहशत का माहौल है।
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले में चार वन परिक्षेत्र में 38 हाथी विचरण कर रहे हैं, जिनमें से 15 हाथी अकेले घूम रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में बीते एक माह में जंगली हाथियों ने कुल नौ लोगों की जान ली है। राज्य के उत्तरी क्षेत्र के सरगुजा, जशपुर, कोरिया और कोरबा जिलों में जंगली हाथियों का आतंक जारी है। कोरबा में गुरूवार को जंगली हाथी के हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि जशपुर के बगीचा गांव में जंगली हाथी के हमले में रामकेश्वर सोनी (35), उसकी बेटी रवीता सोनी (नौ), भाई अजय सोनी (25) और पड़ोसी अश्विन कुजूर (28) की मौत हो गई। शुक्रवार रात जंगली हाथी ने बगीचा गांव में हमला बोल दिया। इस दौरान जंगली हाथी ने जमकर उत्पात मचाया।
कोरबा जिले में अपने झुंड से बिछड़कर अलग हुए जंगली हाथी के हमले में यहां अब तक तीन लोगों समेत कई मवेशियों की मौत हो चुकी है। जंगली हाथी ने हमला कर यहां एक ही परिवार की दो महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया था। एक अन्य घटना में हाथी ने गुरूवार सुबह एक और महिला की जान ले ली थी जो सुबह घर से सैर के लिए निकली थी।
कोरबा की सीमा से हाथी को किया बाहर
झुंड से बिछड़ कर आतंक मचा रहे हाथी को लेकर वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाथी के इधर-उधर भागने और खेतों तथा आबादी क्षेत्र में जाने के कारण उसे करंट लगने का खतरा बना रहता है। इसलिए उसे करंट से बचाने के लिए क्षेत्र में बिजली आपूर्ति भी बंद करवा दी गई। उन्होंने बताया कि जंगली हाथी को कोरबा जिले की सीमा से निकाला जा चुका है और उस पर लगातार नजर रखी जा रही है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)