ट्रंप के डबल टैरिफ वॉर से किन सेक्टरों पर पड़ेगा असर
Trump India Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति ले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर आर्थिक दबाव बढ़ाने का भरसक प्रयास किया है। खुद को भारत का सबसे अच्छा दोस्त बताने वाले ट्रंप ने पहले से घोषित 25% बेस टैरिफ के साथ अब अतिरिक्त 25% टैरिफ लगा दी है। इस तरह भारत पर कुल टैरिफ 50% हो गया है। यह कदम ऐसे समय पर आया है जब भारत रूस से तेल आयात कर रहा है और इसी को लेकर अमेरिका ने पैनल्टी लगाई है। भारत ने इसे ‘अनुचित और तर्कहीन’ बताया है।
ट्रंप द्वारा यह टैरिफ 30 जुलाई को घोषित किया गया था, जो गुरुवार से लागू हो चुका है, लेकिन इससे कुछ घंटे पहले ही उन्होंने एक अन्य कार्यकारी आदेश जारी कर टैरिफ को डबल कर दिया। यह टैरिफ 21 दिन बाद प्रभाव में आएगा। भारत अब ब्राजील के बाद(50%) सबसे ज्यादा अमेरिकी टैरिफ झेलने वाला देश बन गया है। वहीं चीन पर सिर्फ 30% टैरिफ है और उसे 90 दिन की राहत दी गई है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि केवल भारत को टारगेट करना तर्कहीन है, जबकि कई देश रूस से व्यापार कर रहे हैं। भारत 140 करोड़ नागरिकों के हितों के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा। ट्रंप से जब पत्रकार ने पूछा कि क्या अमेरिका भी रूस से व्यापार करता है तो उन्होंने जवाब दिया, “मुझे नहीं पता।” जबकि भारत पहले ही बता चुका है कि अमेरिका रूस से यूरेनियम और खाद आयात करता है।
सकारात्मक पहलू यह है कि भारत से अमेरिका को स्मार्टफोन और फार्मा उत्पादों का निर्यात (2025 में कुल 1.78 लाख करोड़) पर अब भी टैरिफ शून्य है।
लेकिन अन्य कुछ प्रमुख क्षेत्रों पर भारी असर पड़ सकता है-
उत्पाद | यूएस को निर्यात में दुनिया की हिस्सेदारी (%) | यूएस को निर्यात (₹ करोड़) | पहले टैरिफ (%) | पैनल्टी टैरिफ (%) | कुल टैरिफ (%) |
---|---|---|---|---|---|
डायमंड, गोल्ड | 40 | 87,730 | 2.1 | 25 | 52.1 |
मशीनरी, मेकेनिकल | 20 | 58,779 | 1.3 | 25 | 51.3 |
स्टील, एल्युमिनियम | 16.6 | 41,233 | 1.7 | 50 | 51.7 |
पेट्रोलियम उत्पाद | 4.3 | 35,969 | 6.9 | 0 | 6.9 |
टेक्सटाइल | 48.4 | 26,319 | 9 | 25 | 59 |
कपड़े, सिले हुए | 34.5 | 23,687 | 13.9 | 50 | 63.9 |
अन्य | 19.8 | 1.07 लाख | – | – | – |
(सोर्स: GTRI, वर्ष 2025 के अनुमानित आंकड़े)
भारत के 190 से अधिक देशों से व्यापारिक संबंध हैं और 235 देशों को निर्यात करता है। यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, चिली और पेरू से ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है। 24 जुलाई को भारत-ब्रिटेन एफटीए हो चुका है। दोनों देश 2030 तक व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रख चुके हैं।
यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में बड़ा हादसा, CRPF जवानों से भरी बस खाई में गिरी; 3 की मौत,15 घायल
अजीत डोभाल रूस में हैं जहां वे ऊर्जा और रक्षा पर बात कर रहे हैं। अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी पुतिन से युद्ध पर बातचीत के लिए मॉस्को पहुंचे हैं। 24 अगस्त को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आएगा और ट्रेड डील के छठे दौर की बातचीत होगी। भारत अब वैल्यू ऐडिशन और क्वालिटी प्रोडक्ट पर ध्यान देकर चीन की तरह बिना डील के भी एक्सपोर्ट बढ़ाने की रणनीति बना रहा है।