(कॉन्सेप्ट फोटो)
Tata Motors Acquire Iveco: भारत की सबसे बड़ी व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक टाटा मोटर्स ने बीते दिन यानी की बुधवार 30 जुलाई को एक बड़ा और एतिहासिक ऐलान किया है। कंपनी की कार्यकारी समिति ने इटली की ट्रक बनाने वाली कंपनी इवेको ग्रुप NV की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। यह पूरी तरह कैश डिल करीब 3.8 अरब यूरो (लगभग 34,600 करोड़ रुपये) का है, जो सभी जरूरी मंजूरियों पर निर्भर रहेगा। हालांकि, इस डील में इवेको के डिफेंस कारोबार को शामिल नहीं किया गया है, जिसे वह इस सौदे से अलग बेचने की योजना पर काम कर रही है।
सीएनबीसी टीवी-18 की रिपोर्ट के अनुसार, इवेको ग्रुप के शेयर होल्डर्स को प्रस्तावित सौदे में हर एक शेयर पर 14.1 यूरो मिलेंगे। इसके साथ ही डिफेंस बिजनेस की बिक्री से मिलने वाला प्रॉफिट (5.5-6.0 यूरो प्रति शेयर) मिलाकर कुल वैल्यू करीब 19.6-20.1 यूरो प्रति शेयर रहने वाला है। यह 17 जुलाई से पहले के 3 महीने के औसत शेयर मूल्य VWAP) से 34-41 प्रतिशत अधिक है। टाटा मोटर्स टीएमएल सीवी होल्डिंग्स या एक नई डच कंपनी के जरिए यह ऑफर केरेगी, जिमसें कम से कम 80 प्रतिशत शेयर होल्डर्स की अनुमति जरूरी होगी।
टाटा मोटर्स के लिए यह डील बेहद ही खास है, क्योंकि इस सौदे से कंपनी की ग्लोबल कमर्शियल व्हिकल मार्केट में लीडर बनने की योजनाओं को समर्थन मिलेगा। इसके साथ ही न्यू टेक्नोलॉजी तक पहुंच, बाजार विस्तार और उत्पाद बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह डील पूरी होने पर नई इकाई सालान 5.4 लाख यूनिट बेचेगी और उसका रेवेन्यू 22 अरब यूरो आंका गया है, जिसमें यूरोप 50, प्रतिशत भारत 35 प्रतिशत और अमेरिकी देशों से 15 प्रतिशत का योगदान होगा। गौरतलब है कि टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा भी देश के बाहर की कई बड़ी और नामी कंपनियों को टाटा समूह में शामिल कर चुकी है। अब टाटा मोटर्स भी उनके बनाई रास्ते पर आगे बढ़ रही है।
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इवेको ग्रुप की स्थापना जून 2021 में हुई थी और इस कंपनी का हेडक्वार्टर इटली के ट्यूरिन में है। ट्रक, बस, पावर ट्रेन और वित्तीय सेवाएं बनाने वाले इस कंपनी का वैश्विक स्तर पर पहचान है। कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो वित्त वर्ष 2024 में 15.3 अरब यूरो था, जिसमें डिफेंस बिजनेस भी शामिल है। इवेको का गैर-रक्षा कारोबार यूरोप, अमेरिका और भारत समेत दुनिया के 30 से अधिक देशों में फैला हुआ है।