गोल्ड लोन (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आज एमपीसी मीटिंग में सोने को गिरवी रखकर लेने वाले लोन पर जल्द ही नई गाइडलाइन लेकर आने की बात कही हैं। इस ऐलान के बाद मुथ्थुट फाइनेंस के शेयर 5 प्रतिशत तक नीचे गिर गए हैं। आईआईएफएल फाइनेंस के शेयर भी 4.7 प्रतिशत तक टूट गए हैं। मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में भी 1.6 प्रतिशत तक की गिरावट आयी है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि बैंक और एनबीएफसी दोनों ही तरह के संस्थान ‘सोने के गिरवी’ पर लोन देते हैं। इन पर प्रावधान यानी प्रोवाइजिंग, कंडक्ट नियम को एक जैसा बनाने के लिए हम जल्द ही नई व्यापक गाइडलाइंस जारी करेंगे यानी अब गोल्ड लोन पर नियम ज्यादा सख्त और एकसमान हो सकते हैं।
आरबीआई अब सभी बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के लिए गोल्ड लोन पर एक जैसे नियम बनाएगा। इससे कंपनियों के लोन देने के तरीके पर असर पड़ेगा और ग्राहकों को फायदा होगा। शुरुआती दौर में एनबीएफसी पर थोड़ा प्रेशर रहेगा लेकिन लंबे समय में सिस्टम मजबूत और सुरक्षित बनेगा।
मुथ्थुट फाइनेंस का लगभग पूरा कारोबार गोल्ड लोन पर आधारित है। मणप्पुरम और आईआईएफएल के लिए भी गोल्ड लोन अहम हिस्सा है। अगर आरबीआई के नए नियम सख्त हुए, तो इन कंपनियों की लोन देने की कैपेसिटी, मार्जिन और प्रॉफिट पर असर पड़ सकता है।
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आरबीआई ने गोल्ड लोन पर नए नियमों की समीक्षा का ऐलान किया है। आरबीआई ने कहा है कि सोने के गहनों और आभूषणों के बदले दिए जाने वाले लोन गोल्ड लोन के नियमों की समीक्षा की जाएगी। अभी तक बैंकों और एनबीएफसी जैसे मुथ्थुट और मणप्पुरम फाइनेंस के लिए अलग-अलग नियम थे। अब सभी संस्थाओं के लिए एक जैसा और व्यापक नियम बनाए जाएंगे। आरबीआई का उद्देश्य है कि सभी के लिए एक जैसे नियम बनाना है। उनकी रिस्क उठाने की क्षमता को ध्यान में रखना है।