प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: एप्पल और सैमसंग की अगुवाई में प्रीमियम स्मार्टफोन की मांग बढ़ने से वर्ष 2025 में भारतीय स्मार्टफोन बाजार का आकार 50 अरब डॉलर (लगभग 4,28,900 करोड़ रुपये) से अधिक हो जाने का अनुमान है। एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है। मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरपॉइंट टेक्नोलॉजी ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि भारत में उपभोक्ता अब प्रीमियम स्मार्टफोन का रुख कर रहे हैं जिससे कुल बाजार में इस सेक्टर की हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का स्मार्टफोन बाजार वर्ष 2025 में 50 अरब डॉलर को पार करते हुए अपने उच्चतम स्तर तक पहुंचने की राह पर है।
एप्पल और सैमसंग जैसे ब्रांड प्रीमियम और अल्ट्रा-प्रीमियम सेक्टर में प्रतिस्पर्धी उत्पादों को पेश कर इस बदलाव का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रीमियम फोन के प्रति रुझान बढ़ने की वजह से भारत के स्मार्टफोन बाजार का औसत खुदरा बिक्री मूल्य इस साल पहली बार 300 डॉलर (लगभग 25,700 रुपये) को पार करने की उम्मीद है। वर्ष 2021 में भारतीय स्मार्टफोन बाजार का आकार 37.9 अरब डॉलर (लगभग 3.25 लाख करोड़ रुपये) रहा था।
वित्त वर्ष 2023-24 में एप्पल ने भारत में मोबाइल फोन कारोबार से कुल 67,121.6 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था। जबकि सैमसंग ने 71,157.6 करोड़ रुपये की कमाई की। रिपोर्ट के मुताबिक, लोकल मैन्युफैक्चरिंग और अपने आईफोन उत्पादों की कीमतों में हालिया कटौती के कारण एप्पल को अपने ‘प्रो-सीरीज’ की मांग में मजबूती देखने की उम्मीद है। इस बीच सैमसंग की वैल्यू फोकस्ड स्ट्रैटजी खासकर ‘एस-सीरीज़’ के साथ रफ्तार पकड़ रही है।
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इसके अलावा वीवो, ओप्पो और वनप्लस जैसे चीनी ब्रांड किफायती प्रीमियम क्लास में एडवांस्ड कैमरा सिस्टम जैसी खूबियों की पेशकश से उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रहे हैं। वनप्लस हाल में डिस्प्ले और मदरबोर्ड को लेकर शुरू शिकायत को दूर कर वापसी करता नजर आ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रीमियम सेक्टर (30,000 रुपये से ऊपर की कीमत) की 2025 तक स्मार्टफोन बाजार में हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से अधिक हो जाने का अनुमान है।